Crime
भाजपा (BJP) शासित राज्य पत्रकारों के लिए सुरक्षित नहीं: यूपी के बाद अब एमपी में पत्रकार की बेरहमी से हत्या
मध्यप्रदेश: बीजेपी शासित राज्यों में पत्रकारों की हत्या का सिलसिला जारी है। उत्तर प्रदेश में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या के बाद अब मध्य प्रदेश के निवाड़ी में एक पत्रकार की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई।
घटना जिला मुख्यालय से करीब 22 किलोमीटर दूर करगवां और पुतरी खेड़ा गांव के बीच की बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, पत्रकार सुनील तिवारी पर बदमाशों ने उस वक़्त हमला किया जब वो अपने गांव पुतरी खेड़ा लौट रहे थे। घात लगाए बैठे बदमाश अचानक से पत्रकार पर टूट पड़े और बेरहमी से पिटाई करने के बाद गोली दाग दी।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद पत्रकार को झांसी के अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की है।
विक्रम जोशी हत्याकांड की तरह ही इस मामले में भी पुलिस प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सुनील तिवारी ने एक वीडियो जारी कर हत्या की आशंका जताते हुए जिले के अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई थी। लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की, जिसके चलते उन्हें अपनी गंवानी पड़ी।
सुनील तिवारी ने करीब दो महीने पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था। करीब साढ़े तीन मिनट के इस वीडियो में सुनील झाँसी के कलेक्टर-एसपी और निवाड़ी एसपी से स्वयं की जान बचाने की गुहार करता नज़र आया था।
उस वीडियो में सुनील ने कहा था उसी के गाँव के रहने वाले अवधेष तिवारी उर्फ पप्पू, नरेन्द्र तिवारी उर्फ बबलू और अनिल तिवारी उर्फ राजू तथा इनके समर्थक उसके एवं उसके परिवार की जान के पीछे हाथ पड़े हैं। सभी का आपराधिक रिकॉर्ड है। मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश और राजस्थान में इनकी ख़ासी पैठ है।
उन्होंने ये भी बताया था उन्हें जान से मारने की धमकी देने वाला नरेंद्र तिवारी ब्राह्मण सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष है। पत्रकार ने अपने वीडियो में कहा था कि अगर उसकी हत्या होती है तो इसके ज़िम्मेदार यही लोग होंगे।
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। विक्रम जोशी की हत्या उन बदमाशों ने की, जिनके खिलाफ पत्रकार ने पुलिस में भांजी से छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई थी। पत्रकार की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई सख़्त कार्रवाई नहीं की, जिसके नतीजे में पत्रकार की हत्या कर दी गई।
07/25/2020 04:48 AM