Aligarh
डब्ल्यूपीसी वर्षगांठ 06 जनवरी - डब्ल्यूपीसी (WPC) का 01 वर्ष हुआ पूर्ण: एक वर्ष पूर्ण होने पर डीएम, सीडीओ व डब्ल्यूपीसी इंचार्ज ने दी महिलाओं व जनपदवासियों को शुभकामनाएं।
अलीगढ़: 01 वर्ष में डब्ल्यूपीसी में कुल 314 शिकायतें प्राप्त हुईं, 303 शिकायतों का निस्तारण हुआ, 11 शिकायतें हैं अभी लंबित। डीएम के प्रयासों से 112 से भी जोड़ा गया डब्ल्यूपीसी को पर लॉक डाउन के दृष्टिगत नहीं हो पाया क्रियान्वयन।
डब्ल्यूपीसी में कार्यरत सीपीओ, डीसी एमएसके, वरिष्ठ ऑपरेटर सहित अन्य स्टाफ ने लिया संकल्प, डब्ल्यूपीसी में कार्य करते हुए पीड़ित महिलाओं को मदद पहुंचाने के प्रति रहेंगे समर्पित, डब्ल्यूपीसी इंचार्ज के अपार सहयोग के लिए किया आभार व्यक्त।
डब्ल्यूपीसी मामलों में त्वरित कार्यवाही व पीड़ित महिलाओं को मदद पहुंचाने में किये गए अविश्वसनीय सहयोग के लिए डब्ल्यूपीसी इंचार्ज ने डीएम, सीडीओ, एसएसपी, समस्त एडीएम, एसपी क्राइम, समस्त एसडीएम, एसीएम व समस्त थानाध्यक्षों का किया आभार व्यक्त।
डब्ल्यूपीसी एक ऐसा नाम जो एक ऐसे इंसान के जेहन में आया जिसके पास अपार शक्तियों का भंडार है, जिसे जिले का मालिक कहा जाता है, जिससे जनपद की जनता असीमित उम्मीदें लगाए होती है। ऐसे इंसान को जनपद का डीएम* कहा जाता है। एक वर्ष पहले की ही तो बात है जब सरकार महिला सशक्तिकरण को लेकर संवेदनशील थी और मिशन शक्ति जैसी योजनाओं को अमली जामा पहनाया जा रहा था, *उस वक्त सूर्य की किरणों के तेज को चंद्र में समाए हुए जनपद के डीएम चन्द्र भूषण सिंह के जेहन में महिलाओं को मदद पहुंचाने के लिए कुछ और ही चल रहा था। तब जिले के डीएम चंद्र भूषण सिंह ने अपने समर्पित सिपाही ईडीएम मनोज राजपूत को महिला सुरक्षा सेल (डब्ल्यूपीसी) स्थापित करने की जिम्मेदारी सौंपी।* डब्ल्यूपीसी की स्थापना और संचालन को लेकर डीएम चंद्र भूषण सिंह ने ईडीएम के सहयोग के लिए *महिलाओं के प्रति समर्पित भाव रखने वाली महिला अधिकारी एआरओ स्मृति गौतम के नेतृत्व में सीपीओ हितेश कुमारी, डीसी एमएसके नीतू सारस्वत, वरिष्ठ सदस्य शांतनु शर्मा के साथ एक जुझारू टीम का गठन किया।* फिर एआरओ स्मृति गौतम के नेतृत्व में ग्राम स्तर से लेकर, तहसील व जिला स्तर तक की कमेटियों का गठन करके करीब 2 माह की मेहनत के उपरांत डब्ल्यूपीसी की स्थापना की रूपरेखा तैयार हुई और *कलेक्ट्रेट के नवीन सभागार में आज ही के दिन 06 जनवरी 2020 को जिले के मुखिया जनहित के लिए समर्पित डीएम श्री चन्द्र भूषण सिंह की अध्यक्षता में उस समय के एसएसपी आकाश कुलहरि और सीडीओ अनुनय झा की उपस्थिति में डब्ल्यूपीसी का शुभारंभ हुआ। 06 जनवरी 2020 को डब्ल्यूपीसी के उद्घाटन समारोह में पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों सहित जिले की स्वयं सेवी संस्थाएं व मीडिया बंधुओं ने भी प्रतिभाग किया था।* डब्ल्यूपीसी इंचार्ज स्मृति गौतम के नेतृत्व में सीपीओ हितेश कुमारी, डीसी एमएसके नीतू सारस्वत ने वरिष्ठ सदस्य शांतनु शर्मा, सुरक्षाकर्मी लक्ष्मी चौहान व प्रवेश तथा सफाईकर्मी लेखराज के सहयोग से डब्ल्यूपीसी ने:-
रिश्ते बनाये, तुड़वाये नहीं।
घर जोड़े, उजड़वाये नहीं।
आपसी सहमति से मुद्दे सुलझाए, किसी ने कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाए नहीं।
एफआईआरतक को खत्म कराया, थानों के चक्कर लगवाए नहीं।
इलेक्शन ही नहीं कोरोना से भी बचाया, कोरोना काल में किसी को भी खाली पेट नहीं सुलाया।
इसी समर्पण के साथ डब्ल्यूपीसी में महिलाओं से संबंधित समस्याओं की लगातार सुनवाई हो रही है और एक वर्ष में *314 शिकायतें प्राप्त हुईं जिसमें से 303 शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण डब्ल्यूपीसी की इंचार्ज श्रीमती स्मृति गौतम के नेतृत्व व निर्देशन में सीपीओ हितेश कुमारी व डीसी एमएसके नीतू सारस्वत के द्वारा कराया गया है।* 314 शिकायतों में घरेलू हिंसा, लड़कियों से छेड़छाड़, आपसी प्रसंग, पति-पत्नी मुद्दे, सास-बहू मुद्दे आदि शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इस तरह की 303 शिकायतों के निस्तारण में डब्ल्यूपीसी इंचार्ज *स्मृति गौतम के द्वारा औसतन 2 से 3 घंटे तक लगातार पक्ष-विपक्ष को बैठाकर कॉउंसलिंग की गई है।* डब्ल्यूपीसी के द्वारा कुछ महत्वपूर्ण प्रकरण सुलझाए गए हैं जो इस प्रकार हैं:-
*केस न. 1 :-*
केस में एक लड़की के पिता द्वारा आरोप लगाया गया कि उनकी बच्ची को एक लड़के द्वारा परेशान किया जा रहा है। दोनों पक्षों को डब्लयूपीसी में बुलाया गया और बातचीत करने पर पता चला कि लड़का-लड़की एक दूसरे को पसंद करते हैं और प्यार करते हैं। लेकिन परिवारों के आपसी मतभेद से मामला यहां तक पहुंच गया कि लड़की के पिता लड़के और उसके परिवारीजनों के विरुद्ध एफआईआर कराना चाहते थे। दोनों पक्षों डब्ल्यूपीसी में बुलाकर इंचार्ज मैडम के द्वारा काउंसिलिंग करके काफी समझाया गया। तब दोनों परिवारों का मन कार्यवाही न करने को लेकर बदला और दोनों परिवारों ललड़की-लड़के की शादी कराने का फैसला लिया। अंत में दोनों परिवार शादी के लिए मान गए और डब्लयूपीसी में ही दोनों पक्षों में शगुन का लेनदेन किया गया तथा 25 नवंबर को दोनों की शादी सम्पन्न हो गयी।
*केस न. 2 :-*
इस मामले में प्रार्थी द्वारा शिकायत की गई की गांव के ही कुछ लड़कों द्वारा लड़की के साथ बदतमीजी की गई इस पर डब्लयू पी सी द्वारा ना सिर्फ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई बल्कि गांव में कार्यरत विभिन्न सरकारी कर्मचारियों से संपर्क कर लड़की के परीक्षा देते जाते समय उसके लिए सुरक्षित माहौल तैयार कराया जिससे वो लड़की बिना किसी भय के अपनी शिक्षा पूरी कर पाई।
*केस न. 3 :-*
डब्ल्यूपीसी में आज एक अनोखा मामला देखने को मिला पति पत्नी के रिश्ते में आई दरार के बाद बच्चों ने भी मां के साथ रहने से किया इनकार
डब्ल्यूपीसी में एक महिला ने शिकायत की थी कि उसके पति द्वारा उसके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है और मारपीट भी की जाती है जिससे परेशान होकर वह कुछ समय पहले अपने पति से अलग रहने लगी। महिला की शिकायत पर डब्ल्यूपीसी द्वारा पीड़ित महिला के पति एवं बच्चों को बुलाया गया । दोनों पक्षों से हुई बातचीत में पता चला की मां के व्यवहार के चलते बच्चे भी अब उसके साथ रहना नहीं चाहते हैं लेकिन लगातार 3 घंटे चली काउंसलिंग के बाद यह तय हो पाया कि दोनों ही पक्ष अपने आप में बदलाव करके सुलह की गुंजाइश रखेंगे। भले ही दोनों पक्ष अपेक्षित बदलाव तक एक दूसरे के साथ नहीं रहेंगे लेकिन बीच-बीच में मिलकर बदलाव की पूरी कोशिश करेंगे
*केस न. 4 :-*
डब्ल्यूपीसी में थाना बन्नादेवी क्षेत्र की एक नाबालिक लड़की ने अपने पड़ोसी द्वारा परेशान करने की शिकायत की जिस पर दोनों पक्षों को डब्ल्यूपीसी में बुलाया गया और उनकी डब्ल्यूपीसी टीम ने काउंसलिंग की तथा युवक ने अपनी गलती मानते हुए लिखित में दिया गया कि वह भविष्य में कभी भी परेशान नही करेगा।इसके साथ ही डब्ल्यूपीसी इंचार्ज स्मृति गौतम ने युवक को सख्ती के साथ कड़े लहजे में कहा कि उसने दुबारा किसी भी प्रकार की गलती की तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी विधिक कार्यवाही की जाएगी।
*केस न. 5 :-*
एक बार डब्ल्यूपीसी का फ़ोन घनघनाया और उधर से किसी महिला की आवाज़ थी। उसने बताया कि दोनों पति पत्नी में मनमुटाव के कारण वह काफी लम्बे समय से अपने मायके में थी और पति अपने घर। महिला की शिकायत पर थोड़ा सख्ती करते हुए जब उस महिला के पति से बात की तो उस व्यक्ति ने बड़ी ही सहजता से जवाब दिया , " मैडम वो अब मेरे दिल से उतर गयी अब मैं उसे नहीं रख पाउँगा। डब्ल्यूपीसी ने प्रयास किये कि कैसे भी ये व्यक्ति और महिला एक दूसरे के सामने आकर बात करें लेकिन उसके इन शब्दों ने केस को पहले ही खत्म कर दिया। लेकिन डब्ल्यूपीसी ने हार नहीं मानी भय बिना प्रीत होती नहीं है को ध्यान में रखकर डब्ल्यूपीसी ने उस व्यक्ति से कई बार बात की ताकि वो ही आकर अपना पक्ष रखे लेकिन वो बस एक ही रट लगाए हुए था कि अब उसे अपनी पत्नी को नहीं रखना। कई दिनों के बाद फिर अचानक एक दिन उसी व्यक्ति का फ़ोन डब्ल्यूपीसी में आया और वो बोला मैडम मैं आने को तैयार हूँ। हमने सोचा कि चलो शायद एक परिवार बर्बाद होने से बच जायेगा क्यूँकि हमारी डब्ल्यूपीसी इंचार्ज के काउंसलिंग स्किल्स से काम ही ऐसा होता था कि बात बन ही जाती है। कुछ समय बीता और वो व्यक्ति दूसरे राज्य से डब्ल्यूपीसी पहुंच गया। 5 महीनो के बाद दोनों पति पत्नी एक दूसरे के सामने थे। उन दोनों की आँखों में एक दूसरे को देखने की ख़ुशी साफ़ झलक रही थी। लेकिन जब शिकायतों की कड़ियाँ शुरू हुई तो धीरे धीरे वो ख़ुशी खत्म होती गयी। दोनों के आरोप प्रत्यारोप के बाद जब डब्ल्यूपीसी इंचार्ज ने बात की तो दोनों से ही पूछा की चाहते क्या हो। लाख शिकवे शिकायत के बाद भी शायद वो दोनों ही एक दूसरे के साथ रहना चाहते थे। चूँकि उनका एक प्यारा सा बच्चा भी था तो वो व्यक्ति उसे अपनी बाँहों में ऐसे कस कर बैठ गया की कोई उसे उससे दूर न कर पाए। लगभग सब कुछ सही होता जा रहा था की तभी उस व्यक्ति के साथ आयी उसकी बहन ने दो मिनट का समय मांग कर हमसे बातचीत करना शुरू कर दिया और देखते ही देखते इस केस ने पति पत्नी के विवाद को दूसरा मोड़ दे दिया। पति यह जनता था कि उसकी पत्नी ठीक है फिर भी शायद उसका साथ नहीं दे पा रहा था। और यहीं से बनती बात बिगड़ती गयी और जहा वो दोनों साथ रहने को राज़ी हो रहे थे यहीं हमें उन्हें अलग ही रहने की सलाह देनी पड़ी। क्यूंकि परिस्थितियां बदल रहीं थी और सवाल उस महिला की जान को लेकर था। दोनों पति पत्नी कुछ शर्तों के साथ अलग अलग जीवन जीने को तैयार हो गए लेकिन उस बच्चे और बीवी के लिए उस व्यक्ति की तड़प साफ़ देखी जा सकती थी। शायद घरवालों के सामने वो यह नहीं कह पाया लेकिन वो उसका साथ नहीं छोड़ना चाहता था और नाही वो महिला भी उसका साथ छोड़ना चाहती थी। बहन और बीवी के कमरे से बाहर जाते ही वो व्यक्ति डब्ल्यूपीसी में फूट-फूट कर रोने लगा और बच्चे को बस एक टक देखता रहा जो की गवाह था उनके एक दूसरे के लिए प्यार का। उस व्यक्ति के आंसुओं ने वहाँ हम सभी की आंखें नम कर दी थी। जाते जाते वो व्यक्ति इतना ही बोल पाया कि मैडम मैं ये नहीं चाहता था और यह सुनकर हम सभी को यही लगा की शायद हमने गलत कर दिया।
कुछ दिन बीते और अचानक से डब्ल्यूपीसी में फिर उस व्यक्ति का कॉल आया और जब बात की तो उधर से भरभरायी आवाज़ में उस व्यक्ति ने पूछा कि मैडम क्यों ऐसा हुआ मैं समझ नहीं पा रहा हूँ। मेरे बेटे की तस्वीर मेरी आँखों से हट ही नहीं रही है। हमने भी उसे इतना ही जवाब दिया की इस सबके लिए शायद तुम्हारा अपनी भावनाओं का अपने घरवालों के सामने खुलकर ना रख पाना ही सबसे बड़ा कारण है। काफी समय बीता और फिरसे उस व्यक्ति का फ़ोन आया और फटाक से उसने बोला कि मैडम में कल अपनी बीवी और बच्चे को लेने आ रहा हूँ। हमें अंदर से ख़ुशी हुई क्यूंकि इस बार उसकी आवाज़ में कोई झिझक नहीं थी। हमने जल्दी से ये बात अपनी इंचार्ज स्मृति मैडम को बताई और उन्होंने हल्की सी मुस्कुराहट लिए बोला मैंने इसीलिए उस दिन इन दोनों को अलग रहने को कहा था। अगले दिन दोनों आये और ख़ुशी ख़ुशी एक दूसरे की खुशियों का हमेशा ख़याल रखने का वादा कर चल दिए अपनी गृहस्थी बसाने। इस उजड़ते परिवार को बचाने में डब्ल्यूपीसी इंचार्ज की कॉउंसलिंग और उनका निर्णय तथा दोनों पति-पत्नी की दूरियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
विगत 01 वर्ष में डब्ल्यूपीसी ने जनपद में पीड़ित महिलाओं के प्रति समर्पित रहकर *वो मुकाम हासिल किया है कि सिर्फ जनपद अलीगढ़ ही नहीं बाहरी जनपदों आगरा, मथुरा, दिल्ली, गुड़गाव से भी डब्ल्यूपीसी में शिकायतें प्राप्त हुईं। समय-समय पर पुलिस-प्रशासन में फेरबदल भी हुआ और नवागंतुक एसएसपी मुनिराज जी ने डब्ल्यूपीसी में आकर निरीक्षण भी किया। इसी बीच शासन स्तर से मिशन शक्ति के तहत गौतमबुद्ध नगर से नोडल अधिकारी के रूप में आईं एसीईओ नोएडा आईएएस अधिकारी श्रीमती श्रुति के द्वारा डब्ल्यूपीसी का पुनः शुभारंभ किया गया* तथा डब्ल्यूपीसी में बैठक उन्होंने शिकायतों के निस्तारण की जानकारी भी प्राप्त की।
आज 06 जनवरी के अवसर पर डब्ल्यूपीसी इंचार्ज स्मृति गौतम ने अपनी टीम की सीपीओ हितेश कुमारी, डीसी एमएसके नीतू सारस्वत, वरिष्ठ सदस्य शांतनु शर्मा के साथ डीएम, एसएसपी, सीडीओ, एसपी अपराध, समस्त एडीएम, एसडीएम, थानाध्यक्ष को अविश्वसनीय पुलिस-प्रशासनिक सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है।
01/06/2021 10:35 AM