Aligarh
एएमयू: पूर्व छात्रसंघ नेताओं ने मोदी के भाषण को भाजपा नेताओं पर तमाचा बताया: कट्टरपंथी राजनीति करने वालों को दिखाया आईना।
अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के पूर्व सचिव शाहजेब अहमद आशु ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एएमयू में वर्चुअल भाषण भाजपा के उन नेताओं पर तमाचा है जो एएमयू को बदनाम करने की नियत से कट्टरपंथी सोच वाला कहते हैं, एएमयू को आतंकवाद की नर्सरी कहते हैं, जिन्ना समर्थक कहते हैं, जो कि आज मोदी जी ने सभी पर स्वयं विराम लगा दिया और हमारी मांग है कि इस प्रकार की नफरत की राजनीति करने वाले नेताओं पर कार्यवाही करें।
एएमयू छात्र संघ के पूर्व सचिव हुजैफा आमिर रशादी में कहा कि सबसे पहले तो मैं एक अलीग होने के नाते आज AMU के Centinary Celebrations के मौके पर देश और दुनिया मे भारत का नाम रौशन कर रहे तमाम अलीग बिरादरी को मुबारकबाद देता हूँ। फिर मैं ये कहना चाहूंगा कि "सच परेशान तो हो सकता है पर पराजित नही" और आज AMU में वज़ीर आज़म साहब के बयान ने इस कहावत को सही साबित कर दिया। आज वज़ीर आज़म साहब ने AMU और अलीग बिरादरी के बारे में जो बातें की दरअसल वही हक़ीक़त है। मैं वज़ीर आज़म साहब का शुक्रिया अदा करता हूँ कि उन्होंने भाजपा के उन तमाम मंत्री और नेताओं के चहरे बेनक़ाब कर दिए जो लगतार AMU के खिलाफ झूठ और नफरत का प्रोपगंडा फैलाते आ रहे हैं और AMU को anti national, Jinnah, आतंकवाद, और मदरसा छाप कहकर बदनाम करते चले आ रहे हैं। इन नेताओं को देश और AMU से माफी मांगनी चाहिए। मज़ीद मैं उम्मीद करता हूँ कि PM साहब की बातों का अक्षरतः पालन करते हुए हुकूमत हिन्द फौरन AMU के माइनॉरिटी कैरेक्टर को बहाली, ऑफ सेंटर्स और AMU के रुके हुए फंड्स को रिलीज़ करेगी और 6000 से ज़्यादा छात्रों पे लगे फ़र्ज़ी मुक़दमे वापस लेगी ताकि PM साहब के नए भारत के निर्माण का मिशन कामयाब हो सके वरना कुछ रोज़ बाद मुल्क की अवाम अफ़सरान की ना अहली कि वजह से PM साहब के आज के सम्बोधन को भी 15 लाख की तरह महज़ एक जुमला कहने को मजबूर हो जाएगी।
12/22/2020 07:21 PM