Delhi
सुप्रीम कोर्ट की फटकार का न्यूज चैनलों के नफरती एंकर्स पर कोई फर्क पड़ेगा ?: मार्कण्डेय काट्जू ।
नई दिल्ली। बेबाकी से अपनी बात रखने वाले भारतीय प्रेस परिषद् के अध्यक्ष एवं भारत के उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश मार्कण्डेय काट्जू ने न्यूज़ चैनलों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा फटकार देने पर प्रतिक्रिया दी है उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट की फटकार का न्यूज चैनलों के नफरती एंकर्स पर कोई फर्क पड़ेगा ? मेरा मानना है कि कुछ नहीं पड़ेगा I
उसके दो कारण हैं (१) केवल डाँट फटकार का कोई मतलब नहीं होता जब तक डाँट सुनने के बावजूद अगर टीवी एंकर अपने तौर तरीक़े नहीं बदलते उन्हें सख्त सजा न मिले I साम्प्रदायिकता फैलाना इंडियन पीनल कोड की धारा १५३ ए और धारा २९५ ए के तहत दण्डनीय अपराध हैं I
देखा गया है कि कोर्ट अक्सर साम्प्रदायिकता के ख़िलाफ़ भाषण तो देती आयी है, मगर इसे फैलाने वालों को दण्डित नहीं करती I कोरी बयान बाज़ी से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता
(२) इन टीवी ऐंकरों की रोज़ी रोटी साम्प्रदायिकता फैलाने से चलती है I कोई भी अपने पेट पर लात नहीं मारेगा जब तक उसे यह भय न हो कि ऐसा करने से उसे कठोर दण्ड मिलेगा I
यह टीवी एंकर समझते हैं कि अदालत की डाँट केवल गीदड़ भभकी और लफ़्फ़ाज़ी है और उन्हें कोई सजा नहीं मिलेगी, विशेषकर जब सरकार उनके समर्थन में है I
01/14/2023 09:00 PM