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GDP: 1990-91 के बाद सबसे बुरे दौर में भारतीय अर्थव्यवस्था, बांग्लादेश निकला आगे: IMF: भारत को प्रति व्यक्ति GDP में पीछे छोड़ देगा बांग्लादेश: IMF रिपोर्ट
नई दिल्ली: कोविड-19 के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए भारत में कड़ा लॉकडाउन लगाया गया था जिसका प्रभाव अर्थव्यवस्था पर पड़ा. महामारी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को जो झटका लगा है, अभी उससे उबरने में कुछ समय लग सकता है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के हालिया इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के मुताबिक यही तस्वीर सामने आ रही है. आइएमएफ की इस रिपोर्ट के मुताबिक इस कैलेंडर इयर 2020 (जनवरी से दिसंबर) में भारत प्रति व्यक्ति जीडीपी गिरकर बांग्लादेश से भी नीचे पहुंच जाएगी. यह लॉकडाउन के बुरे प्रभाव के कारण होगा.
भारत के विपरीत बांग्लादेश के प्रति व्यक्ति जीडीपी में बढ़ोतरी
आइएमएफ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की Per Capita GDP में इस कैलेंडर इयर में 10.3 फीसदी की गिरावट आ सकती है जबकि बांग्लादेश में इस आंकड़े में गिरावट नहीं होगी. आइएमएफ का मानना है कि बांग्लादेश में इस साल प्रति व्यक्ति जीडीपी में 4 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. कुछ समय पहल तक भारत बांग्लादेश से पर कैपिट जीडीपी के मामले में आगे था लेकिन बांग्लादेश के बढ़ते निर्यात ने दोनों देश के बढ़ते गैप को कम किया.
1990-91 के बाद सबसे बुरे दौर में भारतीय अर्थव्यवस्था
आइएमएफ की रिपोर्ट के मुताबिक अगर इस बार अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन रहता है कि भारत से पीछे सिर्फ पाकिस्तान और नेपाल रह जाएंगे. इसके अतिरिक्त दक्षिण एशिया के अन्य देश भूटान, श्रीलंका, मालदीव और बांग्लादेश भारत से आगे रहेंगे. आइएमएफ का प्रोजेक्शन आरबीआई द्वारा किए गए प्रोजेक्शन से भी बुरा है. आरबीआई ने इस वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 9.5 फीसदी सिकुड़न की आशंका जताई है. इसके अलावा विश्व बैंक ने भी इस वित्त वर्ष में 9.6 फीसदी गिरावट की आशंका जताई है. विश्व बैंक ने भारत में स्थिति को अब तक की सबसे खराब स्थिति कहा है. आइएमएफ के मुताबिक 1990-91 के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे बड़े संकट के दौर से गुजर रही है.
स्पेन और इटली के बाद सबसे अधिक गिरावट वाला देश
इस साल भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी में 10.3 फीसदी की गिरावट आएगी जो स्पेन और इटली के बाद दुनिया भर में तीसरी सबसे बड़ी गिरावट है. इसके अलावा यह विकासशील और उभरते हुई अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे बड़ी गिरावट है. चीन की बात करें तो वहां 5.7 फीसदी की गिरावट हो सकती है जबकि जून में आइएमएफ ने 5 फीसदी गिरावट की बात कही थी. भारत और इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था टूरिज्म और कमोडिटीज के अलावा रिमेटेंसेज (विदेश में काम करे भारतीयों द्वारा स्वदेश भेजी जाने वाली आय) और वाह्य वित्तीय स्रोत पर निर्भर करती है. इन सभी पर कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी का बुरा प्रभाव पड़ा है. आइएमएफ का कहना है कि इन्हें उबारना कड़ी चुनौती होगी.
इस साल भारत प्रति व्यक्ति जीडीपी को लेकर बांग्लादेश से पिछड़ जाएगा लेकिन आशंका है कि अगले साल आइएमएफ की रिपोर्ट सकारात्मक होगी. रिपोर्ट के मुताबिक अगले साल भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 8.2 फीसदी की दर से बढ़ेगी लेकिन बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति जीडीपी 5.4 फीसदी की दर से बढ़ेगी.
10/14/2020 05:41 PM