Delhi
भारत के हिंदू राष्ट्र न बनने पर दो अक्टूबर को जल समाधि लेने की बात करने वाले आचार्य सोशल मीडिया पर हुए ट्रॉल: अयोध्या के संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने कहा सरयू नदी के पानी से घर में ही लूंगा जल समाधि।
नई दिल्ली। 2 अक्टूबर को ट्विटर पर ट्रेंड होने लगा – #JalSamadhi . इसके साथ लोग अयोध्या के संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज का ज़िक्र कर रहे थे. क्यों? दरअसल इन्होंने कुछ दिन पहले भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने और मुस्लिम और क्रिश्चियन की नागरिकता ख़त्म करने की मांग की थी. बाकायदा डेडलाइन दी थी. 2 अक्टूबर की. साथ में धमकी भी दी थी. जल समाधि लेने की. उनका साथ देते हुए हिंदू महासभा ने भी ऐलान किया था कि उनके साथ एक लाख कार्यकर्ता भी सरयू नदी में जल समाधि लेंगे. महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेंद्र पांडेय ने PM मोदी को चिट्ठी लिखी थी कि परमहंस आचार्य की मांगें जायज हैं इसलिए इन्हें मान लेना चाहिए. परमहंस आचार्य ने कहा था–
“मैं मांग करता हूं कि 2 अक्टूबर तक भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाए, वरना मैं सरयू नदी में जल समाधि ले लूंगा. साथ ही केंद्र सरकार मुस्लिमों और क्रिश्चियन की नागरिकता ख़त्म करे.”
2 अक्टूबर आई तो लोग सोशल मीडिया के ज़रिये उन्हें अपनी कही बात याद दिलाने लगे और ट्विटर पर #JalSamadhi ट्रेंड होने लगा. लोगों ने चुटकी भी ली।
इन सब बातों के बीच परमहंस आचार्य ने न्यूज़-24 से बात करते हुए कहा कि उन्होंने जो बात कही थी, उसे देखते हुए 2 अक्टूबर की सुबह से ही प्रशासन ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया है, लेकिन उन्होंने सरयू नदी से जल मंगा लिया है और इसी में नाक डुबाकर समाधि लेने का प्रयास करेंगे.
जब आचार्य परमहंस ने 2 अक्टूबर को जल समाधि की धमकी दी थी, तब भी जनता उनके पुराने वाकये खोज लाई थी जब उन्होंने इसी तरह की धमकियां दीं लेकिन बाद में सब कुशल-मंगल ही रहा. जैसे कि इसी साल मई का वाकया ले लीजिए. जगद्गुरु परमहंस ने बाकायदा अपनी चिता सजाते हुए कहा था कि अगर पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा नहीं रुकी, तो आत्मदाह कर लेंगे. ख़ैर ऐसा कुछ नहीं हुआ।
10/02/2021 06:14 PM