Aligarh
अलीगढ़। अखिलेश यादव ने कहा "अंधेर नगरी चौपट राजा दिनदहाड़े रेप और रात भर गांजा": पूर्व महानगर अध्यक्ष अज्जू इशाक डेढ़ सौ 150 गाड़ियां लेकर पहुंचे जट्टारी।
जट्टारी। अलीगढ़। उत्तर प्रदेश। आज 5 मार्च 2021 गुरुवार को जट्टारी में हुई समाजवादी पार्टी की किसान महापंचायत के मंच से पूर्व महानगर अध्यक्ष अज्जू इशाक ने कहा कि अलीगढ़ मंडल एवं जिले की सभी इलाकों से इतनी भारी तादाद में किसानों एवं नौजवानों का यहां जट्टारी में उपस्थित होना और किसानों का साथ देना बहुत बड़ी बात है जिसके लिए वह सभी बधाई के पात्र हैं। किसानों के साथ केवल धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव के पुत्र अखिलेश यादव हर परिस्थिति में खड़े हुए हैं उन्होंने ही सबसे पहले राकेश सिंह टिकैत को टीवी पर भावुक देखकर फोन कॉल करके उनकी मदद करने के लिए समाजवादी आंदोलन छेड़ने का ऐलान कर दिया था एवं अलीगढ़ में किसानों के पक्ष में कई बार धरना प्रदर्शन किए और पुलिस द्वारा लाठीचार्ज खाया एवं गिरफ्तारी भी हुई, परंतु हम समाजवादी पीछे नहीं हटे और किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर डटे हुए हैं और जब तक यह काला कानून नहीं हटे गा तब तक इस कानून के विरोध में किसानों के साथ हर परिस्थितियों में खड़े रहेंगे।
अखिलेश यादव का पूरा बयान
किसान महापंचायत में हमारे उपस्थित सभी हमारे आदरणीय किसान एक किसान महापंचायत में उपस्थित बड़ी संख्या में हमारे किसान नौजवान उपस्थित माताएं, समाजवादी पार्टी के सभी साथी एवं पत्रकार साथियों और मंच पर बैठे हुए हमारे बहुत सारे बड़ी संख्या में जो सभी वरिष्ठ नेता हैं आदरणीय रामजी लाल सुमन जी आदरणीय पूर्व विधायक जफर आलम साहब मंच पर उपस्थित समाजवादी पार्टी के बहुत ही वरिष्ठ नेता पूर्व में रहे केंद्रीय मंत्री सलीम शेरवानी साहब पार्टी के सभी जिलों के जिलाध्यक्ष मंच पर उपस्थित पूर्व विधायक पूर्व हमारे चुनाव लड़ने वाले संगठन के सभी पदाधिकारी क्योंकि अगर नाम लिया जाएगा तो बड़ी संख्या और बड़ी सूची हो जाएगी इसलिए मंच पर उपस्थित और मंच के नीचे हमारे बहुत जिम्मेदार कार्यकर्ता नेता दिखाई दे रहे हैं जो दाएं तरफ खड़े हैं इसी तरह छोटे मंच पर बड़ी संख्या में नेता है हमारी माताएं बहने हैं मैं सबका धन्यवाद देना चाहता हूं और इस कार्यक्रम के लिए और उसमें कार्यक्रम में बुलाने के लिए क्षेत्र में और इसी जनता के बीच में लगातार संघर्ष करने वाले कई बार रहे विधायक सांसद बिजेंद्र सिंह को और हम अपनी समाजवादी पार्टी के गिरीश यादव जी को बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार प्रकट करना चाहते हैं आप कह रहे हैं जिस दिन से हमारे किसानों ने आंदोलन शुरू किया है जिस दिन से आंदोलनों का शुरू हुआ है कोई भी राजनीतिक दल पार्टी बनी रही होगी उसने किनारा दिया जय जवान जय किसान और जब महापंचायत में देख रहा हूं हमारे बहुत सारे किसान बैठे हैं यह नौजवान दिखाई दे रहे हैं और आज जब आंदोलन 100 दिन हो गए दिल्ली में किसान बैठे हैं जब 100 महीना शुरू हो रहा है मुझे पूरा भरोसा एक किसान और नौजवान तब तक संघर्ष करते रहेंगे जब तक किसानों का तीन कानून हो जाएंगे और हम अपने किसान भाइयों को भरोसा दिलाते हैं।
यह लड़ाई जरूर आपकी है यह लड़ाई किसान भाइयों आपकी जरूर है लेकिन इस लड़ाई से हमारे भारत और हमारी भारत की मिट्टी का बना हुआ है इसलिए हम आपके साथ ईमानदारी से खड़े हुए हैं सोचो कभी हमारे बैठे हैं खेती करती आई है सोचो अभी खेती नहीं होती अगर यह हमारे खेत नहीं होते खाने का पैदा नहीं करते अगर हमारे किसान अन्नदाता कर खेती ना करें तो बताओ जीवन क्या है धरती पर बिना खाए बिना खाए हम कितने दिन रह सकते हैं और कई बार चलने लगती है तो हम क्या देंगे देखो खाने का समय हो गया है इसलिए लोग जा रहे हैं सोचो अगर खाना नहीं होगा खेती नहीं होगी तो जीवन कैसे चलेगा और खेत में काम करने वाले किसान हमारा जीवन चलाते हैं हम लोग जिंदा इसलिए क्योंकि हमें इनकी मेहनत से खाने को मिलता है और अभी तो हमने वैश्विक महामारी देखी है हम लोगों ने वैश्विक महामारी देखिए अभी और न केवल हम न जाने कितनी तकलीफ में रहे यह वैश्विक बीमारी ऐसे नहीं आती है जो वैश्विक महामारी आई उसके कारण हमको घरों में रहना पड़ गया हम लोग परेशानी में रहे और घरों में बंद रह कर अपनी बीमारी से बचते रहे हम लोग वैश्विक महामारी की वजह से कहीं निकल नहीं पाए हमारा कारोबार ठप हो गया हमारे यहां के छोटे दुकानदार ठेला लगाने वाले रिक्शा चलाने वाले ऑटो चलाने वाले गरीबी में जीवन यापन करने वालों का कारोबार खत्म हो गया वह कारोबार नहीं कर पाए
अगर उस समय भी वैश्विक महामारी के सामने कोई अपने खेत पर निकला तो वह केवल किसान था और किसान की वजह से आज हमारा देश बच गया जो सरकार कभी-कभी आंकड़े दिखाती है हमारी अर्थव्यवस्था ऐसी है अगर अर्थव्यवस्था को हम देखें अपने और इमानदारी से मैं कहना चाहता हूं क्या यह पत्रकारों यह भी जानते ही मानता रिश्ते अगर हमारे किसानों ने खेतों में काम नहीं किया होता तो हमारा देश हमारा देश बर्बादी की कगार पर चला जाता हमारे देश को दुनिया में अपमानित होना पड़ जाता है यह किसान हैं जिन्होंने हमारे देश का सम्मान बचाया उसे अपनी पैदावार को कम नहीं होने दिया ईमानदारी से काम करते रहे। वैश्विक महामारी मैं हमने आपने मुंह बंद कर लिया हम लोगों ने ऐसे मास्क बनवाएं नाक और मुंह बंद हो गया इस बीमारी से बचने के लिए बताओ हमने आपने अपने नाक और मुंह बंद किए कि नहीं किए बताओ कोई नहीं बचा डर रहे थे कि पता नहीं क्या हो जाएगा लेकिन किसान भाइयों नौजवानों हम आपसे जानना चाहते हैं की वैश्विक बीमारी ने हमारे नाक और मुंह बंद करा दिया लेकिन पता नहीं किन लोगों ने भारतीय जनता पार्टी की आंख बंद कर दिए हैं जिन किसानों की सुनवाई नहीं कर रहे और तकलीफ हो परेशानी को देख नहीं पा रहे.
कौन है जिन्होंने इनकी भारतीय जनता पार्टी के सरकार में बैठे लोगों की आंख बंद कर दी है कौन लोग हैं जो सुन नहीं पा रहे हैं बताओ तो 200 से ज्यादा किसान आंदोलन में जान दे गया हमारे किसान शहीद हो गए 200 से ज्यादा किसान शहीद हो गए और न जाने कितनी सर्दी में उनको रहना पड़ गया हमने आपने तस्वीरें देखी हैं किसानों को रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने दिल्ली में क्या-क्या नहीं किया क्या क्या हम लोगों ने नहीं देखा बताओ
जैसे कभी हमने सीमा पर सुना होगा कि सीमा पर ऐसे किया जाता है वही चीजें हमारे किसान जो हमारे अन्नदाता है उनको रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने किया वह दिल्ली केवल अपनी बात रखने जाना चाहते थे लेकिन हमारे किसानों को दिल्ली में घुसने नहीं दिया और अपमानित किया और इतना अपमानित किया कि हमारा किसान और मजबूत हो गया और उसने कहा कि सरकार कुछ भी हमें कहती रहे लेकिन हम सरकार से लड़ कर दिखाएंगे और 26 जनवरी को ट्रैक्टर लेकर उन्होंने यात्रा निकालने का काम किया कोई सोच सकता है कि किसान इतनी महंगाई में डीजल पेट्रोल डलवा कर ट्रैक्टर लेकर दिल्ली पहुंचे लेकिन ट्रैक्टर यात्राएं इसलिए हो रही थी कि वह सरकार को जगाना चाह रहे थे परंतु सरकार नहीं जागी।
हमारे किसान शहीद हो गए परंतु सरकार नहीं जागी हमारे ट्रैक्टरों की आवाज नहीं सुनी पूरे उत्तर प्रदेश और देश में ट्रैक्टर चले हैं ट्रैक्टरों की आवाज और ट्रैक्टर का भी सम्मान नहीं किया सरकार ने पता नहीं किस बात का अहंकार है और हमारे नौजवानों एवं किसानों पर झूठे मुकदमे लग गए ना जाने कितनों पर झूठे मुकदमे लग गए डीजल पेट्रोल नहीं ले सकते ट्रॉली वाले से ट्रैक्टर के नंबर निकाल लिए और बताओ सड़कों पर कीले लगा दी गड्ढे खोद दिए आरसीसी का ना जाने क्या क्या लगा लिया आरसीसी की दीवारें बनाई यह भारतीय जनता पार्टी के लोग हमारे किसानों को नहीं जानते हैं हमारे यह वह किसान हैं।
जिन्होंने सदियों से अपनी मेहनत करके और अपनी एड़ी की ठोकर से ना जाने कितनों की सेहत और खेती ठीक कर दी है जिस समय मिलेगा जब यही के साथ ऐसी ठोकर मारेंगे तो यह पता नहीं कहां जाएंगे अगर यह दिल्ली में बैठ सकते हैं तो यही किसान यही नौजवान इनको दिल्ली से भी बाहर करने का काम करेंगे और हम आपसे कहना चाहते हैं कि अगर आप किसान हो तो हम भी किसान हैं हम भी किसान हैं कोई ऐसा नहीं है जो किसान जाम हो बताओ कोई ऐसा है जो किसान नहीं है यहां पर यह सब के सामने मंच पर बैठे लोग भी किसान हैं हां हो सकता है कि समाजवादी हो और लाल टोपी पहने बैठे हो लेकिन हम भी किसान हैं खेती है और फिर नेता जी को यही तो कहते हैं कि धरती पुत्र हैं नेताजी यह भारतीय जनता पार्टी के लोग जान लें नेताजी धरतीपुत्र हैं।
हम समाजवादी भी उसी तरीके से हैं हम लोग जानते हैं कि फसल कौन सी आने वाली है और अब यह जो धान चला गया हमारे किसान को धान की कीमत चाहिए थी एमएसपी और यह एमएसपी हमने आपने तय नहीं की थी यह सरकार ने की थी यही सरकार का फैसला था यह एडमिनिस्ट्रेटिव फैसला था कि एमएसपी मिलनी चाहिए खरीद कर केंद्र बनाकर किसानों की फसल की एमएसपी दें इस व्यवस्था को अगर कोई खराब कर रहा है तो वह भारतीय जनता पार्टी के लोग हैं बताओ धान कितने में बिक गया अगर दान पैदा हुआ होगा 900- 1000- 1100 में बिक गया।
हमारे कन्नौज में मक्का बहुत पैदा होती है हमारे मुख्यमंत्री जी को पता ही नहीं है कि मक्का कितने में बिक गई कहां पूछा मक्का मक्का का कोई हिसाब किताब नहीं मैं तो ऐसे ही चली गई अभी तो खुदाई भी चल रही है आलू की यहां से लेकर कन्नौज और कानपुर देहात तक फर्रुखाबाद यह पूरी आलू की बेल्ट है अगर सरकार आलू नहीं करती हो तो बता दो जो कुछ घाटा है किसान के ऊपर और मुनाफा उद्योगपति ले जा रहे हैं और आप से बेहतर कौन जानता होगा कि जो चीज के साथ पैदा करता है उस पर मुनाफा बड़े-बड़े लोग कमाते हैं और लॉकडाउन के अंदर वैश्विक महामारी में वह जान गए हैं कि मुनाफा सबसे ज्यादा किसमें है यह उद्योगपति बड़े बड़े कारखानों वाले यह जानते हैं कि वह मुनाफा किधर है।
10 महीने 11 महीने में वह जान गए मुनाफा दवाई में और खाने में है ऐसी है उन्होंने चुपचाप वैश्विक महामारी के अंदर किसी किसान से किसी पॉलिटिकल पार्टी से किसी मजदूर से नहीं पूजा और चुपचाप यह कानून बना दिए और यह ऐसे काले कानून है जो हमारी खेती भी छिन जाएगी और फसल की कीमत भी नहीं मिलेगी और अगर हम न्याय मांगने भी जाएंगे तो हमें कोई न्याय देने वाला भी नहीं होगा यह व्यवस्था भारतीय जनता पार्टी के लोग कर रहे हैं।
जब राज्यसभा में प्रधानमंत्री जी ने कहा एमएसपी है एमएसपी थी एमएसपी रहेगी जब हमें लोक सभा में बोलने का मौका मिला तो मैंने पूछा यह बताओ जहां के राष्ट्रपति जी है जिस क्षेत्र के वहां कहां एमएसपी मिला हमारे किसानों को प्रधानमंत्री जी बताएं जहां से चुन करके आते हैं।
जिस प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाई थी यही उत्तर प्रदेश है उत्तर प्रदेश के भाइयों बहनों किसानों नौजवानों इसी प्रदेश ने सरकार बनाई है प्रधानमंत्री जी बताएं कि कहां पर एमएसपी मिल रही है और यह दिल्ली वाले मंत्री और प्रदेश वाले मंत्री न जाने कितने मंत्री हैं बताओ कहां है एमएसपी मिल रही है यह बीजेपी वाले कहते थे कि हमारी पार्टी का मेंबर बनना है तो मिस कॉल मार दो मिस कॉल कर दो हम नौजवान भाइ और किसान भाई जानना चाहते हैं वह बीजेपी वाले नंबर बताएं जिस पर हम मिस कॉल कर दें और हमें एमएसपी मिल जाए वह नंबर बताएं हमें और जब हम धान की एमएसपी मांग रहे हैं गन्ने की मांग कर रहे हैं जब हम लोग पूरे देश के किसान सिर्फ एमएसपी की बात कर रहे थे जब किसान सिर्फ अपने धान की कीमत मांग रहा था गन्ने की कीमत मांग रहा था खेती की बात कर रहा था तब हमारे दिल्ली के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कह रहे थे कि स्ट्रौबरी में बहुत मुनाफा है यह स्टोबेरी क्या है हमारे मुख्यमंत्री जी विधानसभा में कह रहे थे स्ट्रौबरी में बहुत मुनाफा है अलीगढ़ के भाइयों कहां है स्ट्रौबरी।
मथुरा में कहां मिल रही है स्ट्रौबरी और यहां तक बात खत्म नहीं हुई हमारे मुख्यमंत्री जी को पता नहीं कहां से बता दिया के काले गाजर का हलवा होता है तो वह उसी पर चर्चा करने लग गए बताओ काले गाजर के हलवे की चिंता है उन्हें हमारे किसान और एमएसपी की चिंता नहीं है उन्हें तो सोचो आप यह कौन लोग बैठे हैं सरकार में और अभी ठीक कहा था रामजीलाल सुमन ने के देश में 42 हजार मंडी होनी चाहिए थी यह हमारी जो कमीशन बैठी थी उसकी रिपोर्ट है और कमीशन की रिपोर्ट को सरकार ने स्वीकार किया देश में केवल 7000 मंडियां है और यह जो साफ दिख रही है एक्सप्रेसवे यहां समाजवादी पार्टी ने मंडी बनाना शुरू कर दिया था और मंडियों के लिए जगह ले ली थी सौ सौ एकड़ आप जाइए मैनपुरी इटावा के पास सो एकड़ जमीन ली गई कन्नौज में आलू के लिए 100 एकड़ जमीन दी गई मलिहाबाद में आम के लिए दी गई मंडी के लिए जगह पूरे बुंदेलखंड के हर जिले में मंडी बनाने का फैसला लिया गया था और मंडियां बन गई वहां और हम भी योगा के चक्कर में फस गई और बाबा रामदेव को भी हमने ग्रेटर नोएडा में 400 एकड़ जमीन दे दी और हमें लगा कि यह मंडी बनाएंगे और यह किसान लोगों की मदद करेंगे लेकिन जैसे वह योगा भूल गए और मंडी बनाना भी भूल गए।
अखिलेश यादव ने कहा कि हम आपको भरोसा दिलाते हैं कि चाहे हमें आपके बीच में एसी एक्सप्रेस वे पर मंडियां बनानी पढ़ें तो हम इसी एक्सप्रेस वे पर मंडी बनाएंगे और मंडी की व्यवस्था को बेहतर करेंगे जिससे हमारे किसानों को उनकी कीमत मिल जाए और आगे कहां के सरकार को देने में कोई फर्क नहीं पड़ता इतना पैसा है सरकार के पास जितना आप सोच भी नहीं सकते आप पैसे की कमी है बताओ जो लोग जानकार हैं वह जानते होंगे नोटबंदी के बाद कितना काला धन लेकर आए यह भारतीय जनता पार्टी बताएं।
कोई नौकरी नहीं मिली जवानों कहां है नौकरी तुम्हारे पास? बताओ रोजगार कहां है? कहां है वह काम जो हम कर सके? हमारे नौजवान किसान भाइयों सोचो आपको ऐसे कानून में उलझा दिया और नौजवानों को मोबाइल दे दिया जो ना काम की चिंता कर रहे हैं ना नौकरी की ना रोजगार की लेकिन मुझे यकीन है इस बार जिन लोगों ने मोबाइल से झूठ बोल बोल कर सरकार बनाई है वह इस बार मोबाइल को तोड़ देंगे और सरकार का भी घमंड तोड़ देंगे इस बार सोचो कहां लेकर जा रहे हैं देश को कहां ले जा रही हैं यह कहते हैं वह गुरु बनेंगे बताओ बिना किसान भाइयों के कैसे विश्व गुरु बन जाओगे बिना खेती के कोई विश करो नहीं बन सकता अमेरिका सबसे बड़ा ताकतवर देश है वह लोकतंत्र में सबसे मजबूत है वहां की आर्मी डिफेंस सबसे ताकतवर है अर्थव्यवस्था में ताकतवर है यह अलग बात है कि किसान की संख्या कम है वह अपने किसानों की खेती को घाटे की खेती नहीं बनने देता वह अपने खजाने को खोल देता है हवा की खेती को घाटे में नहीं जाने देता किसान अगर बाजारों में छूट जाएगा तो उनकी मदद कौन करेगा किसान भाइयों की कोई मदद कर सकता है तो वह सरकार है और यह भाजपा सरकार वह है जो किसानों की मदद नहीं करना चाहती इसीलिए हम आपसे अपील करना चाहते हैं कि भाजपा के खिलाफ आप खड़े हो जाएं और इतिहास के पन्ने तो जानते होंगे जिन्होंने इतिहास के पन्ने पड़े होंगे जो इतिहास जानते हैं इस भारत को गुलाम बनाया था एक ही सिंधिया कंपनी ने हमें आपको गुलाम बना दिया था एक ईस्ट इंडिया कंपनी भारत आई कारोबार के लिए और यही के सभी लोगों ने मिलकर हिंदू मुस्लिम सिख लोगों ने मिलकर देश को आजाद करने का काम किया ईस्ट इंडिया कंपनी केवल एक कानून से बन गई थी।
इतिहास के पन्ने पढ़ने की आवश्यकता है लंदन के ब्रिटेन में एक कानून बना दिया गया था और ईस्ट इंडिया कंपनी बन गई और हमें आप को गुलाम बना दिया एक कानून ने एक कानून ने ईस्ट इंडिया कंपनी को वह ताकत है कि वह सरकार बन गई है कानून न केवल और हमारे लोग जो पढ़े लिखे लोग होंगे जो कि विदेश मंत्री भी नए आदरणीय शेरवानी था वो जानते होंगे कि एक ही कानून ने एक ही कानून बना दिया इंडिया कंपनी को सरकार और बताओ भारत की सरकार सब बेच बेच करके कंपनियों को दे रही है एक कानून कंपनी को सरकार बना सकता है तो यह वह कानून है जो देश को कंपनियों के हाथ में रख देना चाहते हैं अगर 6 साल पहले डेढ़ सौ साल पहले एक कानून ने कंपनी को सरकार बना दिया यह भारतीय जनता पार्टी के लोग हमारी सरकार को कंपनी बनाने का काम कर रहे हैं इसलिए इनके खिलाफ हमें सबको मिलकर के एक होना पड़ेगा।
किसान भाई बताएं कहां है काला धन कहां है वह धन? माताओं बहनों से भारतीय जनता पार्टी ने बैंक में जमा करवा लिया ना काला धन आया ना भ्रष्टाचार खत्म होगा बताओ पुलिस वाला भ्रष्टाचार कितना खत्म हुआ ?तहसील वाला भ्रष्टाचार हमारा आपका पैसा जमा करा लिया और आज अगर हिसाब किताब लगाएं पत्रकार साथियों पत्रकार साथी मदद तो करना चाहते हैं मगर पता नहीं कहां रस्सी फंसी हुई है जो मदद नहीं कर पा रहे हैं।आज बाजार में पैसा पहले से ज्यादा है और बताओ लॉकडाउन के अंदर किसान भाइयों डीजल पेट्रोल महंगा हो रहा डीजल की कीमत बढ़ रही पेट्रोल की कीमत बढ़ रही हमारा वह चूल्हा जो दिए थे सिलेंडर के दाम हजार के पास पहुंच गया हम केवल यह जानना चाहते हैं कि यह महंगाई से डीजल पेट्रोल से जो सरकार को मुनाफा हो रहा है जो सरकार पैसा कमा रही है कल पेट्रोल में पैसा कहां जा रहा है यहां के नौजवान एवं किसान जानना चाह रहे हैं बताओ?
कानून बनते हैं, बनाए जाते हैं और हटाए जाते हैं कानून बना करते हैं और हटा करते हैं हमारे किसान भाइयों में न जाने कितने का लोन देखे होंगे इसी प्रदेश में चौधरी चरण सिंह जी रहे हैं उन्होंने एक ही कलम से कैसा कानून खत्म किया था लेखपालों द्वारा जमीनों को लेकर ना जाने कितना भ्रष्टाचार होता था एक ऐसा फैसला लिया जो एक ही बार में सब साफ हो गए एक ही फैसले ने इसलिए यह कानून बना सकते हैं यह किसान ताकत दे देंगे और यह कानून भी हटाए जा सकते हैं।
बीजेपी तर्क देती है कि किसान इस कानून को नहीं समझ पा रहे हैं और जो तर्क दे रहे हैं आप उनसे यह जानने की आवश्यकता है कि उन पर खेत है कि नहीं है कार्य को दे रहे हैं बीजेपी वाले जिन पर खेत नहीं है खेती कर रहे हैं और अगर खेती कर रहे होते तो यह भारतीय जनता पार्टी की तरह नहीं घंटो में काम कर रहे हो यह जिन्होंने कानून बनाया है वह 10:00 बजे ऑफिस जाते हैं और 5:00 बजे ऑफिस खत्म हो जाती है उनकी यह किसान है घंटों में काम नहीं करते यह जब तक फसल तैयार ना हो जाए तब तक काम करते हैं कितनी भी परेशानी हो कितनी भी गर्मी हो किसान अपनी फसल पूरी करते हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तो एक कमाल के हैं उन्हें बहुत सी चीजें समझ में नहीं आती समाजवादियों ने लैपटॉप बांटा था हो सकता है कुछ गांव में लैपटॉप चल रहे हो समाजवादियों ने इसलिए लैपटॉप बांटे थे कि हम लोग लैपटॉप चलाना जानते हैं और हमारे मुख्यमंत्री ने इसलिए लैपटॉप नहीं बाटे क्योंकि वह लैपटॉप चलाना नहीं जानते मुख्यमंत्री को लाल टोपी से बहुत नफरत है जिस दिन से समाजवादियों ने जवाब दे दिया तब से वह लाल टोपी नहीं बोल रहे हैं और मैं आपको बता दूं कि जितनी अच्छी लाल टोपी हमें लग रही है वह भी पहले तो कितने सुंदर दिखेंगे और यह लाल रंग हमारा नहीं है यह एक क्रांति का रंग है यह एक इमोशन का रंग है यह भावनाओं का रंग है लाल जब हम खुश होते हैं तो हमारे चेहरा हो जाता है लाल खेल खेला जाता है हम दुखी होते हैं तो हमारे कान लाल हो जाते हैं और जब हम पुलिस में फंस जाते हैं और दुखी होते हैं तो दोनों तरफ लाल ही लाल चेहरा हो जाता है और यह पुलिस वाले वैसे ही चक्कर में फस गए वैश्विक महामारी में इनके भी पैसे कट गए कोई पुलिस वाले बता दे कि उनका वेतन कटा है कि नहीं कटा वैश्विक महामारी में पुलिस वाले झंडा लेकर वसूली कर रहे थे कि नहीं कर रहे थे समाजवादियों ने 100 नंबर की गाड़ी आती है और हमारे बाबा ने 112 नंबर कर दी।
आखिर में अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में हो रही घटनाओं पर कहां के अंधेर नगरी चौपट राजा दिन में रेप और रात में गांजा जिसको भी देखना है यूपी में हो जा। कानून व्यवस्था पर आरती हो गई कहां की क्या हालत कर दी है और योगी जी कहते हैं ठोक दो, विधानसभा में कहते हैं कि ठोक दो पर पुलिस को यह नहीं पता कि किसे ठोकते हैं और जनता को यह नहीं पता कि किसे ठोक दे। इन सरकारों पर भरोसा मत करो किसान भाइयों मैं आपको बता दो क्या मैं केवल राकेश सिंह टिकैत गौतमी समर्थन एवं कॉल करके कहां जावे बाबू को गए थे और उनसे मैंने कॉल पर कहा कि आप एक बहादुर बाप के बेटे हैं और समाजवादी पार्टी आपके साथ खड़ी है और समाजवादियों ने आंदोलन किए और सबसे पहले समाजवादी ही किसान के पक्ष में आंदोलन करने में लाठी खाई एवं जेल गए।
अखिलेश यादव ने कहा कि नोटबंदी जीएसटी यह सब बेकार के फैसले लिए गए थे हैं इन फैसलों से केवल नुकसान हो रहा है और लॉकडाउन के समय मजदूरों एवं श्रमिकों की मदद केवल समाजवादी ने ही की और मरने वाले सभी 90 मजदूरों के परिवारों को एक ₹1-1 लाख समाजवादी पार्टी ने ही दिए।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सचिव रामजी लाल सुमन,पूर्व सांसद सलीम अहमद शेरवानी, पूर्व सांसद चौधरी विजेंद्र सिंह, पूर्व विधायक जफर आलम, जिला अध्यक्ष गिरीश यादव, पूर्व विधायक ठाकुर राकेश सिंह, पूर्व विधायक वीरेश यादव, पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह, मोहम्मद सगीर (एम एस ट्रेवल्स), मुजाहिद किदवई, सलमान शाहिद, ख्वाजा हसन जिब्रान, रंजीत चौधरी, अशोक यादव, मोहम्मद उस्मान, चौधरी सुहेल मंसूर, आमिर चौधरी, मुन्तजिम किदवई आदि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने मंच से अपने अपने विचार किसानों एवं नौजवानों के सामने रखें।
03/05/2021 06:47 PM