Aligarh
नवागत वरिष्ठ जेल अधीक्षक से बंदी मुलाकात को लेकर वार्ता: कोविड-19 में एक तरफ नुमाइश, तो जेल में बंद कैदियों की परिजनों से मिलनी कब?
अलीगढ़। अलीगढ़ उत्तर प्रदेश शासन ने दर्जनों जेल अधीक्षक का पूर्व में स्थानांतरण किया था। जिसमें अलीगढ़ में पूर्व में वरिष्ठ जेल अधीक्षक पद पर तैनात रहे आलोक सिंह का करीब 43 माह बाद अलीगढ़ से गाजियाबाद जनपद स्थानांतरण कर दिया गया। नोएडा गौतम बुद्धनगर से वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र को 22 जनवरी 2021 को अलीगढ़ जेल की जिम्मेदारी सौंपी थी। एक्सपोज़ न्यूज़ चीफ एडिटर फैैैजान खान ने मंगलवार को जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र से मुलाकात की, जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र ने पवित्र धार्मिक किताब स्वयं दी और लंबी वार्ता की।
वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि मेरे लिए गर्व की बात है कि अलीगढ़ जिला कारागार की जिम्मेदारी मिली है, और मेरी प्राथमिकता है कि मेरे द्वारा जिला प्रशासन, उत्तर प्रदेश शासन व उच्चाधिकारियों के आदेश एवं कानून का पालन जिम्मेदारी से निभाऊ और मेरे द्वारा विभाग की छवि धूमिल ना हो सके। साक्षात्कार के दौरान मिश्र ने बताया कि मैं मूल रूप से जौनपुर जिले का निवासी हूं। और मेरे पिता मऊ जिले में प्रोफेसर थे मेरी उम्र मात्र 11 वर्ष थी। मेरे पिता का देहांत हो गया था। पूर्व में सरकारी विभाग में सप्लाई विभाग में तैनात था। उसके बाद सन् 1999 मैं मैंने प्रशासनिक सेवा में परीक्षा दी थी। जिसका रिजल्ट 2001 में आया था। उसके बाद मुझे प्रशासनिक सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ। पूर्व में जिला महाराजगंज, फतेहगढ़ जिला कारागार एवं सेंट्रल जेल, में भी तैनात रहा। उसके बाद कानपुर नगर एवं कानपुर देहात, नोएडा गौतम बुद्धनगर बागपत एवं गाजियाबाद में भी सेवा देने का अवसर प्राप्त हुआ।
22 जनवरी 2021 को मुझे शासन द्वारा अलीगढ़ जेल की जिम्मेदारी मिली है। उसके बाद वरिष्ठ जेल अधीक्षक बिपिन कुमार मिश्र ने बताया कि अलीगढ़ जेल की बंदी तादाद महिला एवं पुरुष 1176 है।
जिसमें मंगलवार को 3560 बंदी महिला एवं पुरुष उपस्थित हैं। बंदी तादाद बढ़ने पर उन्होंने बताया कि अलीगढ़ जेल काफी पुरानी है। और हाथरस जिला भी अलीगढ़ जिले में से ही बनाया गया है। अभी हाथरस जिले में जेल नहीं बन पाई है। हाथरस जिले के बंदी भी अलीगढ़ जेल में विचाराधीन है। हाथरस में जिला कारागार मंजूर हो चुकी है। कुछ ही वर्षों में हाथरस में जेल तैयार हो जाएगी। उसके बाद हाथरस के बंदी हाथरस में शिफ्ट हो जाएंगे। और अलीगढ़ जेल में बंदी कम हो जाएंगे।
कोविड-19 समय में नुमाइश, परंतु जेल में मिलनी बंद
उसके बाद वरिष्ठ जेल अधीक्षक से पूछा गया कि कोविड-19 ने पूर्व विश्व भर में तबाही मचा दी थी। इसी कारण भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लॉकडाउन किया गया था। एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हर जिले में 22 मार्च 2020 से बंदी मिलाई बंद कर दी गई थी। जिसके कारण महामारी से बचा जा सके। अब काफी कॉविड-19 में सुधार हो चुका है। बंदी अपने घरवालों से मिलने के लिए काफी उत्सुक हैं। क्योंकि बंदी करीब 11 माह से अपने परिवार जनों से नहीं मिले हैं। शासन द्वारा आदेश आने के बाद तत्काल प्रभाव से बंदी मिलाई शुरू कर दी जाएगी।
क्या कहा पूर्व कोल सपा विधायक प्रत्याशी ने
पूर्व महानगर अध्यक्ष अज्जू इशाक समाजवादी पार्टी अलीगढ़ उत्तर प्रदेश ने कहा कि 5 फरवरी से अलीगढ़ महोत्सव प्रदर्शनी नुमाइश का शुभारंभ जिला प्रशासन द्वारा किया जा चुका है। जिसमें रोजाना नुमाइश दर्शक महिला एवं पुरुष लगभग 30 से 50 हजार की तादाद में रोजाना आते हैं। उसी तरीके से कॉविड-19 समापन की तरफ है। बंदी मिलाई भी शासन-प्रशासन द्वारा शुरू कर देनी चाहिए। क्योंकि जिले के बंदियों के परिवारी अपने बच्चों से मिलने के लिए परेशान हैं।
02/09/2021 07:02 PM