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जेएनएमसी चिकित्सक प्रोफेसर हम्माद उस्मानी द्वारा कांफ्रेंस में व्याख्यान:
अलीगढ़ 8 अक्टूबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालिज के एनेस्थिसियोलोजी विभाग में पेन क्लीनिक के प्रभारी चिकित्सक प्रोफेसर हम्माद उस्मानी का कहना है कि आधुनिक चिकित्सा के चलते लोगों की तांत्रिकाओं (नसों) में होने वाली पीड़ा को नियंत्रित व ठीक किया जा सकता है।
प्रोफेसर हम्माद उस्मानी ने यह बात बंग्लुरू में आयोजित नसों में होने वाले दर्द के लिए उपलब्ध आधुनिक उपचार सुविधा विषय पर आयोजित कांफ्रेंस में अपने उद्बोधन में कहीं। उन्होंने कहा कि हालांकि आरंभिक अवस्था में नसों में होने वाले दर्द का उपचार दवा के द्वारा किया जाता है लेकिन इससे रोगी को आराम न मिलने की दशा में वर्तमान में बाजार में उपलब्ध बहुत ही सस्ते इंजेक्शन के द्वारा इसका उपचार होता है जिससे रोगी को बहुत लाभ मिलता है। प्रो. उस्मानी ने कहा कि डायबिटीज, हरपीज़, वृद्वावस्था तथा सर्जरी के बाद नसों में दर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इससे रोगी झनझनाहट, सुन्नपन्न, चुभन और जलन महसूस होती है। प्रोफेसर हम्माद उस्मानी ने कहा कि नसों में दर्द की समस्या हाथों और पैरों में ज्यादा होती है और व्यक्ति की नसें भी कमजोर हो जाती हैं। सम्मेलन में भारत सहित विश्व के नौ देशों के दर्द विशेषज्ञ शामिल हुए।
10/08/2023 05:04 AM