Aligarh
Aligarh District Panchayat President Chunav : सदस्यों के दावों पर सपा-भाजपा की अग्नि परीक्षा चल रही: दोनों ही प्रत्याशियों के लिए नाक का सवाल बनी मुख्य सीट।
अलीगढ़। जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए आज शनिवार को होने वाला मुकाबला बेहद रोचक होगा। चुनाव में आमने-सामने खड़ीं भाजपा और सपा अपनी-अपनी जीत के लिए आश्वस्त हैं। दाेनों ही दलों के दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है, खासकर भाजपा की। भाजपा किसी कीमत पर कुर्सी निकलने नहीं देना चाहती, तो वहीं सपा इतिहास रचने के प्रयास में है। हालांकि, बहुमत साबित करने के लिए 24 का जादुई आंकड़ा किसी के पास नहीं है। दोनों ही दल निर्दलीयों पर ही निर्भर हैं। भाजपा जहां 40 से अधिक सदस्य साथ होने का दावा कर रही है, तो वहीं सपा नेता जीतने के लिए पर्याप्त संख्याबल होने की बात कह रहे हैं। देखना ये है कि सदस्याें के इन दावों के साथ अग्नि परीक्षा को कौन पास करता है।
जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए राजनैतिक दलों के चुनावी समीकरण बनते, बिगड़ते रहे हैं। सपा इस कुर्सी पर कभी काबिज नहीं हो सकी। इस बार मुकाबला चुनौतीपूर्ण है। भाजपा से एटा सांसद राजवीर सिंह राजू की समधन विजय सिंह प्रत्याशी हैं। इनके सामने खड़ी हैं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की रिश्तेदार अर्चना यादव। पंचायत चुनाव में दोनों ही दलों ने पूरा जोर लगा दिया था, लेकिन जीत के लिए बहुमत न जुटा सके। कुल 47 सीटों में भाजपा नौ सीटें ही निकाल सकी। रालोद के साथ चुनाव लड़ी सपा ने नौ और रालोद ने सात सीटें जीतीं। कुल 16 सीटें सपा के हाथ में हैं। बसपा पांच सीटें जीतकर चुनाव से बाहर हाे गई। 17 सीटों पर निर्दलीय काबिज हुए। अब भाजपा और सपा निर्दलीय सदस्यों के भरोसे हैं। इन सदस्यों काे अपने पाले में लाने के लिए साम, दाम, दंड, भेद हर रणनीति अपनाई गई। उत्तराखंड के जिम कार्बेट पार्क में सदस्यों को पिकनिक कराने के बहाने महीनेभर नजरबंद रखने के आरोप भाजपा नेताओं पर लगे। गुरुवार काे इन सदस्यों की वापसी तो हो गई, लेकिन घर नहीं पहुंचे। सपाई इनसे संपर्क करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। सपा नेताओं का कहना है कि जीतने के लिए पर्याप्त वोटर उनके पास हैं। दो ग्रुपों में वोटर मतदान स्थल पर जाएंगे।
दांव पर प्रतिष्ठा
भाजपा के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट निकालना प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है। एटा सांसद राजवीर सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह व अन्य दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। जयवीर सिंह ने ही पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंह को भाजपा के पाले में लागने में अहम भूमिका निभाई। भाजपा में शामिल होना भी इसी रणनीति का हिस्सा है। चुनाव से पहले सपा नेताओं के दफ्तर, फर्मों पर हुई छापेमारी को लेकर भी तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
इनका कहना है
जिला पंचायत अध्यक्ष इस बार सपा का हाेगा। हम चुनाव जीत रहे हैं। पर्याप्त वाेटर हमारे साथ खड़े हैं। दो ग्रुपों में वोटरों काे मतदान स्थल तक लाया जाएगा।
गिरीश यादव, सपा जिलाध्यक्ष
40 से अधिक सदस्य भाजपा के साथ हैं। विजय सिंह की जीत सुनिश्चित है। पार्टी के कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। जीत के साथ ही जिले के विकास की एक नई तारीख लिखी जाएगी। लोकतंत्र का हनन करने का आरोप लगाने वाले खुद का इतिहास देख लें।
-चौधरी ऋषिपाल सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा
ये है मौजूदा स्थिति
पार्टी, सदस्य
भाजपा, 9
सपा, 9
रालोद, 7
बसपा, 5
निर्दलीय, 17
07/03/2021 06:15 AM