Aligarh
एएमयू के प्रो- चांसलर नवाब छतारी के निधन पर महापौर मोहम्मद फुरकान उनके आवास पहुंचे: इब्ने सईद खान नवाब छतारी का सोमवार की रात 98 वर्ष की उम्र में हुआ इंतकाल।
अलीगढ़। अलीगढ़ की एक महान हस्ती जिन्होंने भारत सरकार में रहकर भारत के विकास एवं देश के उत्थान के लिए हमेशा गंगा जमुना तहजीब को निभाते हुए अलीगढ़ के साथ-साथ पूरे उत्तर प्रदेश एवं भारत का नाम रोशन करने वाले नवाब छतारी जो वर्तमान में एएमयू के प्रो चांसलर के पद पर थे और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का नाम दुनिया भर के मुल्कों में मशहूर करने वाले एवं विदेशों से हमेशा बेहतर रिश्ते बनाने वाले नवाब छतारी का आज सोमवार को इंतकाल हो गया जिसकी सूचना पाते ही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष एवं महापौर मोहम्मद फुरकान दुख की इस घड़ी में परिवार के लोगों से मिलकर दुःख साझा करने अलीगढ़ के सिविल लाइन क्षेत्र के मेरिस रोड स्थित आवास पर पहुंचे वहां महापौर ने कहा कि देश के लिए हमेशा नवाब साहब ने बलिदान दिया है, उनके एहसान को कोई पूरा नहीं कर सकता है, ना ही कोई उनके एहसान हो भुला सकता है, उन्होंने राजनेतिक, आर्थिक नीतियों से देश का नाम रोशन किया, एएमयू में दिये उनके योगदान को हमेशा याद रखा जायेगा। उनकी जगह कोई भी नहीं ले सकता। इस बुरे वक़्त में अल्लाह इश्वर घरवालों को सब्र दे और उनकी आत्मा को शांति देते हुए उन्हें जन्नत में आला मुकाम मिले।
उनके पिता नवाब मोहम्मद अहमद खान छतारी भी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के चांसलर पद पर लंबे समय तक रहे। कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि जब-जब विश्वविद्यालय में किसी विषय पर परामर्श करना होता था तब वह नवाब छतारी से विमर्श किया करते थे। उनके निधन से उनको व्यक्तिगत क्षति पहुंची है।
नवाब छतारी विश्वविद्यालय की एग्जीक्यूटिव काउंसिल सहित शासकीय निकायों के सदस्य भी रहे। उन्होंने कई दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि और अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत भी की। विश्वविद्यालय के सभी प्रमुख समारोह में वह शिरकत किया करते थे। विश्वविद्यालय से उनका लगाव आखिरी समय तक रहा। इससे पहले वह विश्वविद्यालय के कोषाध्यक्ष पद पर भी रहे। उनके निधन से विश्वविद्यालय समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है।
06/02/2021 06:16 PM