Aligarh
अनूपशहर की शीतल चौधरी ने अस्पताल पर लगाए गंभीर आरोप अस्पताल ने किया खंडन, शाकिर को भेजा जेल?: पीड़िता की परिचित ने बेहतर इलाज के लिए पीड़िता को डॉक्टर शाकिर का नंबर दिया और वह निकला एंबुलेंस संचालक, और फिर हुई ठगी की शिकार.
अलीगढ़: मरीजों को घर से हॉस्पिटल ले जाने और हॉस्पिटल से घर तक छोड़ने के नाम पर एंबुलेंस संचालकों द्वारा वसूले जा रहे मनमाने दामों पर प्रशासन ने शिकंजा कसने की बात करते हैं । किराए की दरें एंबुलेंसों की श्रेणी के हिसाब से निर्धारित कर दी गई थी। एआरटीओ प्रवर्तन अमिताभ चतुर्वेदी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वहीं, एडीएम प्रशासन की देखरेख में एंबुलेंस का पूरा संचालन हो रहा है।
मुख्य विकास अधिकारी अंकित खंडेलवाल की ओर से जारी पत्र के मुताबिक बिना ऑक्सीजन सेवा वाली एंबुलेंस के लिए पहले 10 किमी का किराया 1000 रुपये और इससे अधिक एंबुलेंस के चलने पर 100 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया तय किया गया है।
ऑक्सीजन सेवा वाली एंबुलेंस के लिए पहले 10 किलोमीटर का किराया 1500 रुपये और इसके बाद एंबुलेंस के चलने पर 100 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया तय किया गया है। वेंटिलेटर/वाई पैप एंबुलेंस के लिए प्रथम 10 किलोमीटर का किराया 2500 रुपये और इससे अधिक चलने पर 200 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से किराया तय किया गया है।
सीडीओ ने साफ किया है कि यह किराया मरीज को प्रति टिप के अनुसार देना होगा। मरीज को अस्पताल छोड़ने के बाद एंबुलेंस वापसी पर मरीज को कोई किराया नहीं देना है। बता दें कि जिले में करीब 300 एंबुलेंस संचालित हैं, इनमें 50 के करीब ऑक्सीजन सपोर्ट सुविधा युक्त हैं। यह दावे केवल प्रशासन के द्वारा दिए गए हैं, जमीनी हकीकत पर बात करें तो हाल फिलहाल में एक ताजा मामला अनूपशहर से अलीगढ़ के लिए एंबुलेंस व अस्पताल के नाम पर हुआ है.
अनूपशहर की रहने वाली शीतल चौधरी की घटना
बुलंदशहर जिले के अनूप शहर क्षेत्र के राजोर की रहने वाली शीतल चौधरी ने EXPOSED NEWS को बताया कि गांव शेखपुर निवासी बहनोई सुभाष सिंह (47) व भाई विपिन (43) को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, तभी 1 मई को सिकंदराबाद के नवीन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, 4 मई को तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो डॉक्टर ने वेंटिलेटर की व्यवस्था करने को कहा, बहनोई व भाई की कंडीशन देखकर पीड़िता घबरा गई और उसने अचानक वेंटिलेटर की व्यवस्था के लिए सोशल मीडिया पर एक वीडियो बनाकर डाली जिसमें एक परिचित लड़की हुमा खान जो अलीगढ़ के मेडिकल में अपने आप को नर्स बताती है ने पीड़िता से संपर्क किया और मदद करने का पूरा आश्वासन दिया, पीड़िता के अनुसार उसकी परिचित हुमा खान ने डॉ शाकिर के बारे में बताया और उनका नंबर साझा किया हुमा खान ने कहा कि यह आपके भाई व बहनोई के लिए वेंटिलेटर की व्यवस्था एवं अस्पताल की व्यवस्था कर देंगे.
परेशान पीड़िता ने डॉक्टर शाकिर से संपर्क साधा और फिर जो हुआ वह वह होश उड़ा देने वाली घटना साबित हुई, पीड़िता ने बताया कि वेंटिलेटर वाली एंबुलेंस का भरोसा देकर अलीगढ़ से एंबुलेंस भिजवाई गई जिसमें बहनोई को लेकर अलीगढ़ की और चलने वाले थे जिसके एवज में एंबुलेंस संचालक ने ₹50000 मांगे और बहनोई सुभाष सिंह को शिफ्ट करते समय ऑक्सीजन ना मिलने के कारण मौत हो गई, चालक ने मरीज के खाली सिलेंडर लगा दिया था जिसके कारण परिजनों ने मौत होने का आरोप लगाया.
पीड़िता ने आगे बताया कि भाई विपिन को लेकर वह दोपहर करीब 12:00 बजे इकरा कॉलोनी स्थित आई०एस०एच एफ्ति स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल पहुंची जहां परिचित नर्स का भाई वहां मिला और डॉक्टर शाकिर भी वहां मौजूद था, जिसने अपने आप को अस्पताल का संचालक एवं डॉक्टर बताया.
फिर रचा गया ठगी का षड्यंत्र
पीड़िता शीतल चौधरी ने बताया कि डॉ शाकिर नामक व्यक्ति ने अस्पताल में वेंटिलेटर के नाम पर ₹50000 प्रतिदिन मांगे जिस पर ₹40000 प्रति दिन की बात तय हुई उसके अतिरिक्त डॉक्टर की विजीट, दवाइयां आदि के ₹20000 प्रतिदिन की बोला और कैश व्यवस्था करने की बोला, उसने ₹80000 एडवांस के तौर पर मांगे और कहा कि ₹25000 का ऑक्सीजन सिलेंडर लगेगा जो के दिन में 7-8 सिलेंडर लग सकते हैं और यह खर्चा अलग से होगा यह सब सुनकर पीड़िता हक्का-बक्का रह गई, पीड़िता ने इतने अधिक पैसे देने में असमर्थता व्यक्त की तो शाकिर पीड़िता को मेडिकल रोड स्थित दूसरे अस्पताल ले गया वहां भी पीड़िता से अधिक पैसे मांगे गए, पीड़िता समझ गई कि वह धंधे वालों के चंगुल में फंस चुकी है, पीड़िता ने बुलंदशहर की लक्ष्मी अस्पताल में बात की और साकिर से कहा कि हमें लक्ष्मी अस्पताल तक पहुंचा दीजिए फिर उसने ₹50000 एंबुलेंस के वह ₹5000 वेटिंग चार्ज मांगा, बात करने का समय नहीं था फिर हम लोग तैयार हो गए शाकिर हमारे साथ ही बुलंदशहर गया, पीड़िता ने कहा कि फिर देर हो चुकी की और उसका भाई विपिन इस दुनिया में नहीं रहा.
आई०एस०एच अस्पताल संचालक ने क्या कहा
अस्पताल संचालक नाजिम इफ्तेखार ने बताया खुद को बेकसूर कहा के डॉक्टर शाकिर एक एंबुलेंस संचालक है जिसका हमारे अस्पताल से कोई भी लेना देना नहीं है, शाकिर ने अस्पताल में बात की थी मरीज को भर्ती करने की हमारे डॉक्टरों ने मरीज को देखा जो गंभीर अवस्था में था एवं कोविड पॉजिटिव भी था, हमने साफ बता दिया कि हमारे पास ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं है और दूसरी बात हमारा अस्पताल कोविड-19 अस्पताल नहीं, यह बातें हम ने सीधे तौर पर शाकिर को बता दी शाकिर के साथ एक युवक और था जो उन्हीं के साथ था हमारी किसी भी महिला से कोई सीधे बात तक नहीं हुई है, शाकिर ने कहा कि आप एडमिट कर लीजिए ऑक्सीजन की व्यवस्था मैं करवा दूंगा फिर भी अस्पताल संचालक ने कोविड-19 अस्पताल ना होने के कारण भर्ती करने से मना कर दिया, फिर वह अपने मरीज को साथ लेकर किसी और अस्पताल चले गए उसके बाद हमें कोई भी संज्ञान नहीं है उन्होंने सोशल मीडिया पर मदद करने वाली और शाकिर से मिलाने वाली हुमा खान के बारे में कहा कि वह किसी हुमा खान को नहीं जानते हैं, उसके बारे में शाकिर ही बता सकते हैं.
शीतल चौधरी द्वारा ट्विटर पर की गई शिकायत पर जिलाधिकारी ने ट्विट कर कहा कि "आपके द्वारा जो तथ्य बताए जा रहे हैं उसके संबंध में जिन लोगों ने आपके साथ ऐसा कृत्य किया है उनका नाम, पता और मोबाइल न. के साथ लिखित में शिकायत 09870666653 पर व्हाट्सप्प करें तथा 0571- 2420100, 2420101 व 2420102 पर सूचित करें। आपकी शिकायत पर जांचकर कार्यवाही की जाएगी"।
एंबुलेंस संचालक, अस्पताल द्वारा अवैध वसूली करने की शिकायत वाले नंबर
नोडल अधिकारी एआरटीओ 9984228600
एडीएम प्रशासन 9454417745
कोरोना कंट्रोल रूम 05712420100, 05712420101, 0571242010
05/17/2021 12:03 PM