Aligarh
बुलंदशहर। दुष्कर्म व हत्या में तीन आरोपियों को फांसी, नोएडा नाले में मिली थी लाश: अलीगढ़ एसएसपी को घटनाक्रम के बाद 10 दिन तक नहीं आई थी नींद, आज अपराधियों को सजा मिलने पर बेहद खुश।
अलीगढ़/बुलंदशहर। पुलिस सेवा के अब तक के जीवन में बुधवार को दिल को बड़ी तसल्ली मिली है, इस खुशी की वजह भी जायज है बुलंदशहर में किशोरी के अपहरण के बाद दुष्कर्म और हत्या के जिस केस को लेकर बेहद तनाव रहा 10 दिन तक नींद नहीं आई उसके इसमें तीनों आरोपियों को 3 साल बाद न्यायालय ने फांसी की सजा सुनाई है।
हालांकि किशोरी तो अब इस दुनिया में नहीं है परंतु बेटी को किसी हद तक न्याय दिलाने में सफल रहा हूं।
मन को सुकून मिल रहा है बेटी के परिवार ने भी फोन का आभार जताया। राणा के परिवार को उनकी बेटी को वापस नहीं दिला सकते हैं मगर उनकी खुशी में शामिल जरूर हो सकते हैं। यह कहना बुलंदशहर के एसएसपी रहे मुनिराज जी का है।
एसएसपी मुनिराज जी बताते हैं कि जब वह बुलंदशहर में एसएसपी थे तभी 2 जनवरी की शाम को छात्रा साइकिल से कोचिंग मैं न्यू ईयर पार्टी मैं से लौट रही थी तभी उसे पुराने जीटी रोड से अगवा किया गया। मौके पर साइकिल पड़ी मिली थी जिसके आधार पर यह पता चला कि छात्रा अगवा हुई है इसके अलावा कोई सुराग नहीं था इसी बीच 4 जनवरी को जब नोएडा में उसकी नाले में लाश मिली और पोस्टमार्टम में दुष्कर्म की पुष्टि हुई तो तनाव और ज्यादा बढ़ गया सामाजिक और सियासी स्तर पर पुलिस पर तमाम तरह के दबाव थे।
वे बताते हैं कि इस घटना को चुनौती के रूप में स्वीकारते हुए 4 जनवरी की सुबह से अपना दफ्तर एवं आवास छोड़कर क्राइम ब्रांच के दफ्तर को अपना ठिकाना बना लिया। वहीं बैठकर कोतवाली देहात के इंस्पेक्टर धनंजय मिश्रा, एसओजी सर्विलेंस टीम व अन्य अधीन अधिकारियों सॉन्ग घटना के खुलासे पर मंथन शुरू हुआ इसी बीच एक सुराग मिला की अन तो सवार उसे ले गए हैं जांच में छात्रा के कुछ सहपाठी दोस्तों में से किसी एक पर और दो होने के कारण उन पर संदेह गहरा या मगर यह निर्दोष पाए गए।
सीबीआई की तर्ज पर किया गया काम
इसके बाद सीबीआई की तर्ज पर घटना के 1 घंटे पहले से लेकर घटना के 1 घंटे बाद तक जीटी रोड पर इधर-उधर पुराने वाले ऑल्टो कार का ब्यौरा जुटाया इस दौरान हरियाणा नंबर की एक कार प्रकाश में आई उसकी लोकेशन घटनास्थल तक आते और वापस लौट कर विदा की ओर जाते पाई गई वह गाड़ी लाश मिलने के स्थान पर ही ट्रेस हुई इस पर उस कार स्वामी के फरीदाबाद पते पर टीम भेजी तो पाया कि उसने कार सिकंदराबाद के किसी व्यक्ति को भेज दी है उसके घर पहुंची तो पाया कि उसका छोटा भाई घटना वाले दिन अपने दो दोस्तों संग कार में था इस पर एक एक्सीडेंट के संबंध में पूछताछ के बहाने कार्य स्वामी के भाई व एक अन्य को हिरासत में लिया गया तीसरा पुलिस खेत जाते ही भाग गया बस तब जाकर घटना खुली। वहीं तीसरा आरोपी पुलिस दबाव के चलते थाने पहुंचकर हाजिर हो गया।
गाड़ी में बाल और चप्पलें बने एवं सुराग
कहते हैं कि हर वारदात में अपराधी कोई ना कोई सुराग छोड़ देता है इस चुनाव में भी ऐसा ही हुआ जब फॉरेंसिक टीम ने गाड़ी की जांच की तो कार में किशोरी के बाद का चप्पल ने बरामद हो गए उन्हें आरोपी फेंकना भूल गए फॉरेंसिक जांच में किशोरी के बाल काट दिए ने मिलान उसकी मां के डीएनए से हो गया बस यही इस घटना में सजाकर आने तक अहम सुराग बना है।
03/25/2021 04:13 AM