Aligarh
अलीगढ़ से बड़ी और प्रेरणादायक खबर: ब्रेन हैमरेज से जूझ रहे शमशाद मार्केट के पहलवान अब पूरी तरह स्वस्थ:
अलीगढ़।
कहते हैं कि अगर हौसला और सही इलाज मिल जाए तो मौत को भी मात दी जा सकती है — ऐसा ही चमत्कार अलीगढ़ के फ्रैंक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, मंजूरगढ़ी, अनूपशहर रोड में देखने को मिला।
शमशाद मार्केट चौराहे पर वर्षों से पूरी-सब्जी और कचौड़ी बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाले पहलवान (हदीस) कुछ दिन पहले अचानक ब्रेन हैमरेज के शिकार हो गए थे। हालत इतनी नाज़ुक थी कि लगातार दो अस्पतालों ने उन्हें भर्ती करने से साफ इंकार कर दिया। परिवार के लिए यह क्षण बेहद निराशाजनक थे — लेकिन उम्मीद तब जगी जब उन्हें तुरंत फ्रैंक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ले जाया गया।
वेंटिलेटर पर किया गया भर्ती
अस्पताल पहुंचने पर पहलवान की स्थिति गंभीर थी — ब्लड प्रेशर अत्यधिक बढ़ा हुआ, ब्रेन में खून जमा, और गुर्दे (किडनी) की समस्या ने हालत और नाजुक कर दी थी।
फ्रैंक हॉस्पिटल की न्यूरो और क्रिटिकल केयर टीम ने डॉक्टर खुर्शीद फरीदी की देखरेख में पहलवान को तत्काल वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा और गहन उपचार शुरू किया।
सिर्फ दवाओं से घोला गया जमा खून
जांच में पता चला कि मरीज के ब्रेन में खून जम गया था, लेकिन डॉक्टरों ने बिना ऑपरेशन किए दवाइयों के जरिए खून को घोलने का कठिन निर्णय लिया। इलाज के दौरान टीम ने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया और किडनी फंक्शन को संभाला।
डॉक्टरों के अनुसार, शुरुआत के दो दिन बेहद चुनौतीपूर्ण रहे, लेकिन तीसरे दिन से मरीज ने धीरे-धीरे प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी।
7 दिनों में पूरी तरह स्वस्थ होकर घर वापसी
लगातार सात दिनों के इलाज और निगरानी के बाद पहलवान की स्थिति में चमत्कारिक सुधार हुआ। डॉक्टरों ने जब उन्हें डिस्चार्ज किया तो परिजनों की आंखों में खुशी और आभार दोनों थे।
पहलवान की बेटी और अन्य रिश्तेदारों ने कहा “जब सभी उम्मीदें खत्म हो रही थीं, तब फ्रैंक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर खुर्शीद फरीदी और उनकी टीम ने हमारे पिता को नई जिंदगी दी। हम इनके तहेदिल से शुक्रगुजार हैं।”
अस्पताल प्रशासन की ओर से डॉ खुर्शीद फरीदी ने बताया कि यह केस मेडिकल दृष्टि से काफी जटिल था — ब्रेन हैमरेज, हाई ब्लड प्रेशर और किडनी की समस्या, तीनों का एक साथ इलाज बड़ी चुनौती थी। लेकिन समर्पित प्रयासों और आधुनिक चिकित्सा सुविधा के चलते मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ हैं।
इस घटना ने अलीगढ़ में एक प्रेरक संदेश छोड़ा है — कि समय पर उपचार, सही निर्णय और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम किसी भी गंभीर बीमारी को मात दे सकती है।
आज शमशाद मार्केट का वही पहलवान फिर से अपनी दुकान पर लौटने की तैयारी में है — मुस्कुराते हुए, जीवन की नई शुरुआत के साथ।
10/25/2025 09:50 AM

















