Delhi
IICC में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की याद में 5वीं मेमोरियल लेक्चर का आयोजन: अध्यक्ष सलमान खुर्शीद और उपाध्यक्ष मो०फुरकान ने किया केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का स्वागत
नई दिल्ली।
IICC में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की याद में 5वीं मेमोरियल लेक्चर का आयोजन
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बने मुख्य वक्ता, कहा– कलाम का विज़न आज भी प्रासंगिक
इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर और एसएम खान फाउंडेशन के सहयोग से हुआ आयोजन
पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और IICC उपाध्यक्ष मोहम्मद फुरकान ने किया स्वागत।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति, मिसाइल मैन और ‘पीपुल्स प्रेसिडेंट’ डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की याद में नई दिल्ली में 5वीं मेमोरियल लेक्चर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर यानी IICC के ऑडिटोरियम में हुआ, जहां केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे।"
"इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर और एसएम खान फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी, छात्र-छात्राएँ और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य था—देश के महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जीवन, उनकी शिक्षाओं और उनके विज़न को नई पीढ़ी तक पहुँचाना।"
"इस अवसर पर मंच पर पूर्व विदेश मंत्री और IICC के अध्यक्ष सलमान खुर्शीद और IICC के उपाध्यक्ष एवं पूर्व महापौर अलीगढ़ मोहम्मद फुरकान मौजूद रहे।
दोनों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का गर्मजोशी से स्वागत किया और डॉ. कलाम की महानता पर प्रकाश डाला।"
मोहम्मद फुरकान, उपाध्यक्ष IICC ने कहा
‘डॉ. कलाम का जीवन और उनके आदर्श युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनके संदेश—सपने देखने, उन्हें पूरा करने और राष्ट्र सेवा में जुट जाने की प्रेरणा आज भी उतनी ही प्रासंगिक है। उनके विचारों को आगे फैलाना हम सबकी जिम्मेदारी है।’
युवाओं को यह संदेश दिया गया कि वे अपने सपनों को पूरा करने का साहस रखें और राष्ट्र निर्माण की दिशा में योगदान दें।"
नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री ने कहा ‘डॉ. कलाम केवल एक महान वैज्ञानिक ही नहीं बल्कि एक दूरदर्शी नेता भी थे। उनकी सोच—"Dream, Dare, Do"—आज भी हमें प्रेरित करती है कि हम बड़े सपने देखें और उन्हें साकार करने के लिए कार्य करें।’
"कार्यक्रम में शामिल छात्र-छात्राओं और युवाओं ने इसे एक प्रेरणादायी अनुभव बताया। उनका कहना था कि डॉ. कलाम का जीवन उनके लिए ऊर्जा और उत्साह का स्रोत है।"
"भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की स्मृति में आयोजित यह 5वीं मेमोरियल लेक्चर न केवल उन्हें श्रद्धांजलि देने का अवसर रहा, बल्कि उनकी शिक्षाओं और विचारों को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास भी।
यह आयोजन युवाओं के लिए एक यादगार संदेश छोड़ गया—बड़े सपने देखो, साहस के साथ उन्हें पूरा करो और राष्ट्र सेवा में जुट जाओ।"
09/09/2025 08:08 PM