Aligarh
अलीगढ़ विधायक ने सीएमओ को बताया भ्रष्ट, अवैध अस्पताल, अल्ट्रासाउंड सेंटर, एएनएम की तैनाती, में लगाए वसूली के आरोप: मुख्यमंत्री से की लिखित शिकायत।
यूपी अलीगढ़ सीएमओ कार्यालय बीते महीनों से लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों की आंच में तप रहा है। अवैध अस्पताल, अल्ट्रासाउंड सेंटर, एएनएम की तैनाती, सबकुछ मानो पैसों की बोली पर बिकता रहा।
गांव बिसारा के युवक सोनू कुमार से लेकर दो विधायकों तक, कई लोगों ने इसकी परतें खोलीं, लेकिन नतीजा वही, कुछ नहीं। जांचें होती रहीं, पद बदले गए, मगर जिन पर उंगलियां थीं, वही फिर से जिम्मेदार बना दिए गए। वायरल वीडियो तक से कुछ न हुआ। सवाल है, क्या भ्रष्टाचार अब 'योग्यता बन गया है? सीएमओ कार्यालय अब किसी स्वास्थ्य विभाग से अधिक 'स्थानांतरण और तैनाती बाजार बन गया है, जहां जिम्मेदारियों की बोली, शिकायतों की अनदेखी और जांचों की लीपापोती आम बात हो गई है।
आरोप तो ऐसे ही हैं। गांव बिसारा के सोनू कुमार ने जब अवैध अस्पताल संचालन, अल्ट्रासाउंड सेंटर और नियुक्तियों में भारी रिश्वत के आरोप लगाए तो स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी, पर सिर्फ दिखावे तक। शिकायतों में कहा गया कि एएनएम की तैनाती या अस्पताल पंजीकरण जैसे कामों के लिए मोटी रकम की मांग होती है। पंजीकरण के लिए तो डेढ़ लाख रुपये तक की 'डील बताई गई। यही नहीं, पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. रोहित गोयल और वरिष्ठ सहायक रणधीर चौधरी पर सीधे आरोप लगे। वायरल वीडियो में रणधीर पैसे गिनते भी दिखे, पर जांच के बाद भी सिर्फ यह कहा गया कि 'जवाब संतोषजनक नहीं था। न यह पूछा गया कि पैसे आए कहां से, न यह कि यह रिश्ता किससे था। इसके बाद जो हुआ वो और ज्यादा हैरान करने वाला था। डॉ. दिनेश खत्री को नोडल बनाकर डॉ. रोहित से जिम्मेदारी ली गई, लेकिन जब खत्री पर आरोप लगे तो फिर से रोहित को सह-नोडल बना दिया गया। यानी जिस पर पहले से आरोप हैं, वही फिर से जिम्मेदार बना दिया गया। जैसे सजा नहीं, इनाम मिला हो। इगलास विधायक राजकुमार सहयोगी के बाद अब शहर की विधायक मुक्ता राजा ने भी मुख्यमंत्री को शिकायत भेजी है, जिसमें सीधा सीएमओ को निशाने पर लिया गया है। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने से सवाल उठ रहे हैं, क्या जांच सिर्फ रस्म निभाने को होती है? जब शिकायतें गंभीर हों, वीडियो सबूत हों, विधायक तक मुखर हों और फिर भी उसी अफसर को जिम्मेदारी मिले, तो यह भ्रष्टाचार नहीं, 'प्रशासनिक संरक्षण कहलाता है। ......... लिपिक ने उपलब्ध कराया डॉक्टर भुजपुरा में पिछले साल तक संचालित रहे एएमटी हॉस्पिटल का पंजीकरण कराने के लिए विभाग के वरिष्ठ लिपिक रणधीर सिंह ने डॉक्टर के कागज उपलब्ध कराए थे। बुधवार को यहां जांच करने पहुंची टीम को संचालक डॉ. रहमत अली ने लिखकर दिया है। इसमें बताया कि डॉ. विकास वाष्र्णेय के कागजात उपलब्ध कराकर रणधीर सिंह ने पंजीकरण कराया था। भुजपुरा, धोरा माफी, एटा चुंगी, एफ एम टावर, अमरौली, खैर, आदि विभिन्न स्थानों पर झोला छाप , अस्पताल दुकान खोलकर बैठे हैं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं आखिर क्यों?
वहीं अलीगढ़ CMO के खिलाफ बीजेपी विधायक ने खोला मोर्चा, मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।
उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच टकराव की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कानपुर में डीएम और सीएमओ के बीच चले विवाद के बाद अब अलीगढ़ में भाजपा की शहर विधायक मुक्ता संजीव राजा और सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी के बीच तनातनी खुलकर सामने आ गई है। भारतीय जनता पार्टी विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सीएमओ पर भ्रष्टाचार, दलालों को संरक्षण देने और सरकारी स्वास्थ्य तंत्र को कमजोर करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
सरकारी अस्पतालों की छवि खराब
विधायक ने आरोप लगाया है कि सरकारी अस्पतालों के बाहर सक्रिय दलाल गरीब और अशिक्षित मरीजों को बहला-फुसलाकर उन्हें प्राइवेट अस्पतालों में सस्ते और बेहतर इलाज का झांसा देकर आर्थिक शोषण कर रहे हैं। उनका दावा है कि यह सब सीएमओ की मिलीभगत और संरक्षण में हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि शिकायतों के बावजूद डॉ. नीरज त्यागी ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे अंदेशा है कि वे खुद इस नेटवर्क का हिस्सा हैं।
अवैध अस्पतालों को संरक्षण का आरोप
एमएलए मुक्ता राजा ने पत्र में लिखा कि सीएमओ का पूरा ध्यान प्राइवेट अस्पतालों को बढ़ावा देने में है। अलीगढ़ में अवैध रूप से चल रहे दर्जनों निजी अस्पताल सीएमओ की कृपा से फल-फूल रहे हैं, जहां मरीजों से मनमानी वसूली की जा रही है। इन अस्पतालों के संचालकों से कथित तौर पर मोटा कमीशन लिया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि हाल ही में खैर में जिला पंचायती बिल्डिंग के पास मोनिका हॉस्पिटल, अमरौली में कुर्बानियां क्लीनिक, धोरा के हिंदुस्तान हेल्थकेयर सेंटर आदि की लगातार वीडियो वायरल होने के बावजूद सीएमओ और उनकी टीम ने तीनों फर्जी अस्पताल संचालकों से मीटिंग की और मोटा रुपया उठाया।
वर्षों से पद पर जमे हैं सीएमओ
विधायक ने कहा कि डॉ. नीरज त्यागी वर्षों से अलीगढ़ में तैनात हैं। आए दिन विवादों में घिरे रहते हैं, जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि अलीगढ़ को ऐसे भ्रष्ट अधिकारी से मुक्त कराया जाए। उन्होंने सीधे तौर पर सीएमओ के तबादले की मांग कर दी है।
इगलास विधायक की भी शिकायत
इगलास विधायक राजकुमार सहयोगी भी इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों पर अल्ट्रासाउंड सेंटर और निजी अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन में धांधली का आरोप लगाकर शासन में शिकायत दर्ज करा चुके हैं। विधायक मुक्ता राजा के पत्र के बाद मामला अब राज्य स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है।
विपक्ष को इस पत्र के जरिए सरकार को घेरने का मौका मिल गया है। इसे लेकर विपक्ष सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रही है। वहीं, अब सीएमओ के स्तर पर इस पूरे विवाद में क्या फैसला आता है, इस पर हर किसी की नजर रहेगी।
07/10/2025 03:40 AM