Aligarh
अस्पताल से नवजात बेचने की शिकायत झूठी साबित हुई, मेराज हॉस्पिटल को मिली क्लीन चिट:
अलीगढ़।
एक शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए थे कई अस्पतालों पर गंभीर आरोप, स्वास्थ्य विभाग ने मेराज हॉस्पिटल को दी क्लीन चिट
अलीगढ़ सीएमओ विभाग ने डॉक्टर मेराज अली संचालक मेराज हॉस्पिटल बरौला बाईपास फिरदौस नगर को दी क्लीन चिट
डॉक्टर मेराज अली ने पूरे मामले को बताया था साजिश, आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी
अलीगढ़। आपको बता दें कि दिनांक 1 जनवरी 2025 के आसपास एक युवक द्वारा अन्य नर्स महिला लता आदि से फोन कॉल पर व्हाट्सएप के माध्यम से उनके मेराज अस्पताल सहित कई अस्पतालों को बदनाम करने के उद्देश्य से एवं चौथ वसूली मांगने के उद्देश्य से साजिश रची गई थी। और यह लोग उनके अस्पताल की रैकी भी लगातार कर रहे थे।
उसके बाद खेल चालू होता है डॉक्टर को बदनाम करने का डर दिखाकर और रुपए ऐंठने का, उक्त प्रकरण में झूठी एवं साज़िश के तहत बनाई गई ऑडियो वीडियो को लेकर डॉक्टर मेराज के पास कई लोग पहुंचे और उन्हें नवजात के बेचने से संबंधित किसी महिला की ऑडियो रिकॉर्डिंग सुनाकर डराते हुए रुपए मांगने लगे, और कहने लगे कि आप शिकायतकर्ता से कंप्रोमाइज समझौता कर लीजिए वरना आप बुरी तरह फंस जाएंगे, डॉक्टर मेराज अली संचालक मेराज हॉस्पिटल द्वारा कहा गया कि जब मैंने ऐसा किया ही नहीं है तो मैं क्यों रुपए दूंगा? इस पूरे मामले को लेकर डॉक्टर मेराज अली बताते हैं कि बहुत से लोग आए और वह यह सब साजिश की तहत कर रहे थे, मोटी रकम की मांग कर रहे थे परंतु आज तक सन 1989 से लगभग 36 साल हो गए डॉक्टर की प्रैक्टिस करते हुए कभी भी ऐसा कोई काम नहीं किया हमेशा सामाजिक काम किए हैं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम को आगे बढ़ाते हुए 70 से अधिक नॉर्मल डिलीवरी निशुल्क कराई है, अलीगढ़ का नाम रोशन करने के लिए हमेशा आगे रहते हैं, परंतु यह साजिश ऐसी रची गई जिसमें उनकी छवि को बुरी तरह धूमिल करने का काम किया गया और उनका पक्ष भी किसी ने नहीं लिया जो कि उन्हें लेना चाहिए था, इसलिए डॉ मेराज द्वारा पूरी ईमानदारी के साथ स्वास्थ्य विभाग अलीगढ़ का जांच में सहयोग किया और नतीजा यह रहा कि यह पूरा मामला झूठा साबित हुआ और वह नर्स भी झूठी साबित हुई और इस पूरे मामले का कोई भी शिकायतकर्ता नहीं था आसिफ नाम का लड़का मजबूरन शिकायतकर्ता बनाया गया, जांच के उपरांत उनके सेंटर्स का कोई भी संबंध नहीं निकला। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अलीगढ़ ने पत्र जारी कर क्लीन चिट दी है।
डॉक्टर मेराज अली ने बताया कि इसके पीछे षड्यंत्रकारी जो लोग हैं उनके खिलाफ भी लीगल कार्यवाही की जा सकती है, परंतु किसी डॉक्टर को बदनाम करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि लोग एक डॉक्टर को ईश्वर के बाद का दर्जा देते हैं क्योंकि वह अपनी कड़ी मेहनत लगन के साथ मरीज की जान बचाते हैं, आजकल यह चीज आम हो रही हैं कि किसी भी डॉक्टर के खिलाफ साजिश रचते हुए उसको बदनामी का डर दिखाते हुए ब्लैकमेल करना, चौथ वसूली मांगना, और इन सब के पीछे इनका एक मास्टरमाइंड भी बताया जा रहा है जो लगातार उनकी छवि को धूमिल करने का काम कर रहा है उनके खिलाफ भी डॉक्टर मेराज अली लीगल कार्यवाही करेंगे, इस पर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ जी संज्ञान लें, साथ ही जिला अधिकारी अलीगढ़, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गंभीरता से कार्यवाही करें। साथी स्वास्थ्य विभाग अलीगढ़ भी अपनी ओर से ऐसे लोगों को चिन्हित कर सख्त कानूनी कार्रवाई करें, एफ०आई०आर करें ताकि डॉक्टर को बदनाम करने वाले को उसकी सजा समय रहते मिले।
03/02/2025 02:02 PM