Bhopal
भोपाल। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन
विश्वविद्यालयों में अच्छी चीजों के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाया गया : राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल:
भोपाल। रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन
राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने कुलपतियों से राज्य के विश्वविद्यालयों में अच्छे कार्यों के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाने की अपेक्षा की है। जो अच्छा है उससे प्रेरणा लें। जहां कमी हो वहां अधिक बल से काम करें। शैक्षिक गुणवत्ता का एक नया आयाम प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि कुलपति को छात्रों की अभिभावक भावना के साथ काम करना चाहिए। विश्वविद्यालय में व्यवस्था छात्रोन्मुखी होनी चाहिए। छात्रों को पढ़ने के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारियों का एहसास कराएं। सिकल सेल जन जागरूकता प्रयासों में छात्रों की भागीदारी प्राप्त करें। राज्यपाल श्री पटेल राजभवन में शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों ने सिकल सेल एनीमिया और राज्य सरकार के उपचार और प्रबंधन के प्रयासों पर एक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया।
राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नई शिक्षा नीति में युवाओं को उनके सपनों को साकार करने का मौका देते हुए उन्हें नई ऊंचाई दी है। राज्य के छात्रों को नई शिक्षा नीति का लाभ प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है कि पाठ्यक्रम एवं इससे संबंधित अन्य व्यवस्थाएं शीघ्र की जाये। सुनिश्चित करें कि परीक्षा और उनके परिणाम समय पर आते हैं। गुणवत्तापूर्ण अध्ययन और शिक्षण के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करना। शैक्षणिक कैलेंडर का पालन करें। शैक्षणिक पदों को भरने में किसी प्रकार की देरी न हो। विश्वविद्यालय हर साल एक निश्चित तिथि पर दीक्षांत समारोह आयोजित करते हैं।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि स्थापना के 5 वर्ष पूरे होने पर विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी महाविद्यालयों को एनएसी ग्रेडिंग मिलनी चाहिए। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मानदंडों के अनुसार पुस्तकालयों की व्यवस्था करें। लेखापरीक्षा आपत्तियों का समाधान करें। अदालती मामलों के निस्तारण को व्यक्तिगत जिम्मेदारी मानकर गंभीरता से कार्य करें। अदालत के समक्ष अपने मामले की प्रभावी और समय पर प्रस्तुति सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अदालत में नियत तारीख पर व्यक्तिगत रूप से पेश होने की व्यवस्था के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को आदिवासी आबादी वाले गांवों को गोद लेना चाहिए। चयनित गांवों में सिकल सेल एनीमिया जागरूकता कार्यक्रम, स्क्रीनिंग और परीक्षण शिविर स्थापित करना। मरीजों के इलाज में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जो लोग ईमानदारी से सेवा करते हैं वे ईश्वरीय कृपा के भागीदार होते हैं।
राज्यपाल के प्रधान सचिव श्री डी.पी. आहूजा और सभी सरकारी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति उपस्थित थे।
02/08/2022 01:39 PM

















