Aligarh
लाडले बिल्डर की मौत के साथ खत्म हुई जिंदगी की जंग, VIP स्टाइल में की गई थी साजिशन हत्या:
अलीगढ़ ब्रेकिंग न्यूज़
लाडले बिल्डर की मौत के साथ खत्म हुई जिंदगी की जंग, VIP स्टाइल में की गई थी साजिशन हत्या
नमस्कार आदाब आप देख रहे हैं एक्सपोज न्यूज़ अलीगढ़
चार दिन तक मौत से जूझते रहे लाडले खान बिल्डर, आखिरकार जिंदगी की जंग हारे — गोलीकांड में बड़ा खुलासा, सूत्रों ने हमलावरों की संख्या बताई 4, पकड़े गए है 2.
अलीगढ़ के पॉश इलाके एडीएम कंपाउंड रोड पर हुए सनसनीखेज गोलीकांड में घायल हुए शहर के जाने-माने बिल्डर, लाडले बिल्डर ने आखिरकार आज सुबह दम तोड़ दिया। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती लाडले को बीते चार दिनों से वेंटिलेटर पर रखा गया था। डॉक्टरों ने सुबह करीब 10 बजे उनके इंतिक़ाल की पुष्टि की।
घटना 21 जुलाई को उस समय हुई थी जब लाडले बिल्डर अपनी स्कूटी से किसी स्थान की ओर जा रहे थे। तभी आदम और वसीम नाम के दो हमलावरों ने पीछे से स्कूटी में टक्कर मार कर उन्हें ज़मीन पर गिरा दिया और फिर पास आकर ताबड़तोड़ चार गोलियां उनके शरीर में दाग दीं। यह पूरा घटनाक्रम थाना सिविल लाइन क्षेत्र के हाई प्रोफाइल एडीएम कंपाउंड रोड पर हुआ।
लाडले बिल्डर को गोली लगने के तत्काल बाद जेएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने गंभीर हालत में उनका इलाज शुरू किया। ऑपरेशन के जरिए एक गोली तो शरीर से निकाल दी गई, लेकिन बाकी गोलियों के चलते हालत लगातार बिगड़ती रही। डॉक्टरों के अनुसार, शरीर में मूवमेंट बिल्कुल नहीं आ रहा था, जिससे अगला ऑपरेशन भी रोक दिया गया था। वेंटिलेटर सपोर्ट पर रहते हुए आज आखिरकार उन्होंने अंतिम सांस ली।
घटना के दो मुख्य आरोपी आदम और वसीम ने गोलीकांड के दो दिन बाद पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था। उन्हें तत्काल जेल भेज दिया गया। हालांकि, मृतक के भाई शहज़ी खान ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि हमलावर दो बाइकों पर सवार चार लोग थे, जबकि पुलिस ने अब तक केवल दो लोगों को ही गिरफ्तार किया है।
शहज़ी खान का यह भी आरोप है कि अन्य दो हमलावरों को पुलिस बचा रही है और मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हत्याकांड को VIP प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया था, और हमलावर पूरी तैयारी और सुविधा के साथ आए थे। उन्होंने लगातार शिकायतें दी थी परंतु स्थानीय पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की तभी ये बड़ा हादसा हुआ है।
घटनाक्रम के बाद से ही मेडिकल कॉलेज और पूरे इलाके में पुलिस बल भारी संख्या में तैनात किया गया है। लोगों की भीड़ और मीडिया के दबाव को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए। वहीं, घटना की गंभीरता को देखते हुए थाना सिविल लाइन के प्रभारी और मेडिकल चौकी प्रभारी, ट्रांसफर एवं दोधपुर चौकी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया।
शहर में शोक और गुस्से का माहौल:
लाडले बिल्डर की मौत की खबर फैलते ही पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई है। व्यापारियों, स्थानीय नेताओं और आम जनता ने घटना को “सोची-समझी हत्या” करार दिया है। सोशल मीडिया पर भी न्याय की मांग को लेकर आवाजें तेज़ हो गई हैं।
वहीं, परिजनों ने मांग की है कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो, और उन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाए। परिजनों की तरफ से पोस्टमार्टम के बाद शव को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, जिसके बाद अंतिम संस्कार होगा।
बड़ा सवाल:
आखिर क्यों लाडले बिल्डर को निशाना बनाया गया?
कौन हैं वे दो अन्य हमलावर जिनकी गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी?
इन तमाम सवालों का जवाब आने वाले समय में SIT जांच से मिल सकता है। लेकिन एक बात साफ है — इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड ने अलीगढ़ की कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
लाडले खान बिल्डर को अलीगढ़ के व्यवसायिक समाज में मेहनती, दयालु और लोकप्रिय व्यक्ति के रूप में जाना जाता था। उनके आकस्मिक निधन से शहर ने एक काबिल नागरिक को खो दिया है।
परिवारजनों और चश्मदीदों ने बताया कि 2 मोटर साइकिल पर 4 लोग थे और उन्होंने गोलियों से भून दिया था।
07/24/2025 05:40 AM