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इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भेजी गई थी 'द कश्मीर फाइल्स', ज्यूरी हेड बोले- "अश्लील, प्रोपेगेंडा":
भारत के अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह (IFFI) की ज्यूरी के प्रमुख और इजराइली फिल्मकार नदाव लैपिड ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' की जमकर आलोचना की है. उन्होंने कहा कि यह एक 'प्रोपेगेंडा और अश्लील मूवी' है. लैपिड ने कहा कि ज्यूरी ये देखकर 'डिस्टर्ब और हैरान' थी कि ऐसी फिल्म को इस समारोह में दिखाया गया।
द कश्मीर फाइल्स को इंडियन पैनोरमा सेक्शन के लिए चुना गया था और 22 नवंबर को इसे फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया था. लैपिड ने कहा,
'द कश्मीर फाइल्स फिल्म देखकर हम सभी डिस्टर्ब और हैरान थे. यह हमें एक प्रोपेगेंडा, अश्लील फिल्म की तरह लगा, जो इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए उचित नहीं है. मैं आप लोगों के साथ इस असंतोष को खुले तौर पर साझा कर सकता हूं क्योंकि इस समारोह की आत्मा ही यही है कि हम यहां आलोचनाओं को स्वीकार करते हैं और उस पर चर्चा करते हैं.'
खास बात ये है कि नदाव लैपिड ने जब ये टिप्णी की तो उस समय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर समेत सरकार के बड़े मंत्री मौजूद थे. लैपिड ने कहा,
'कार्यक्रम की सिनेमाई समृद्धि, इसकी विविधता और इसकी जटिलता के लिए मैं समारोह के प्रमुख और प्रोग्रामिंग के निदेशक को धन्यवाद देना चाहता हूं. हमने डेब्यू कॉम्पटीशन में सात फिल्में देखीं और अंतरराष्ट्रीय कॉम्पटीशन में 15 फिल्में देखीं. इसमें से 14 फिल्मों में सिनेमाई विशेषताएं थीं. 15वीं फिल्म द कश्मीर फाइल्स से हम सभी परेशान और हैरान किया है.'
मालूम हो कि कश्मीर फाइल्स का निर्देशन विवेक अग्निहोत्री ने किया है और अनुपम खेर ने इसमें प्रमुक भूमिका निभाई है. यह फिल्म 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों पर हुए हमलों की 'सच्ची कहानी' बताने का दावा करती है. हालांकि अपने रिलीज से ही यह फिल्म विवादों में रही है।
भारतीय पैनोरमा IFFI का एक महत्वपूर्ण भाग होता है. इसके तहत भारतीय फिल्मों के प्रचार-प्रसार के लिए ऐसी फिल्में दिखाई जाती हैं, जो सिनेमाई स्तर पर उत्कृष्ट दर्जे की होती हैं. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय इस कार्यक्रम का आयोजन करता है।
11/29/2022 04:09 AM