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सपा नेता ख्वाजा हसन जिब्रान पहुंचे गाजीपुर बॉर्डर: किसान नेता राकेश सिंह टिकैत से मिलकर दिया समर्थन।
अलीगढ़: ख्वाजा हसन जिब्रान सपा नेता अपने दर्जनों साथियों के साथ गाजीपुर बॉर्डर पर किसान धरना स्थल पहुंचे और किसान नेता राकेश सिंह टिकैत से मिलकर वार्ता की।
ख्वाजा हसन जिब्रान ने कहा की आज पूरे भारत का किसान सर्दी के मौसम में खुले आसमान के नीचे ठंड मैं रोडो पर पड़ा है लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही इसका जवाब जनता चुनाव के समय देगी।
इस दौरान ख्वाजा हसन जिब्रान के साथ गाजीपुर स्थित किसान धरने पर पहुंचने वालों में वरिष्ठ सपा नेता मनोज चौधरी, शहजाद अल्वी जिला अध्यक्ष अल्पसंख्यक सभा, प्रभात सविता जिला सचिव मौलाना सैफ उर रहमान आदि।
गणतंत्र दिवस पर दिया था समर्थन:
26 जनवरी 2021 गणतंत्र दिवस पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आह्वान पर ख्वाजा फार्म मथुरा रोड अलीगढ़ से सुबह 11:00 बजे ख्वाजा हसन जिब्रान ने ट्रैक्टर मार्च निकालकर तहसील कोल पर किसान आंदोलन को सैकड़ों साथियों के एवं ट्रैक्टरो के काफिले के साथ तहसील कोल पहुंचे थे।
केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को किसान संगठन और तेज करने की तैयारी कर रहे हैं. प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन स्थलों को किले में तब्दील कर दिया।
किसान यूनियनों ने 6 फरवरी को ‘चक्का जाम' करने की घोषणा की है. आंदोलन स्थलों के निकट क्षेत्रों में इंटरनेट प्रतिबंध, अधिकारियों द्वारा कथित उत्पीड़न और अन्य मुद्दों के खिलाफ तीन घंटे तक राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को अवरुद्ध कर अन्नदाता अपना विरोध दर्ज करायेंगे।
लोकसभा में किसानों पर बोले कृषि मंत्री
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज लोकसभा में कहा कि सरकार किसानों से संबंधित मुद्दों पर संसद के भीतर और बाहर चर्चा के लिए तैयार है। नए कृषि कानूनों के विरोध में विपक्षी दलों के हंगामे के बीच मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही लगातार दूसरी बार स्थगित हुई। लोकसभा की कार्यवाही शाम सात बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
'अक्टूबर से पहले नहीं रुकेगा आंदोलन'
राकेश टिकैत ने मंगलवार को किसान आंदोलन खत्म करने को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा, "हमारा नारा है, 'कानून वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं।" टिकैत ने कहा, "हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे। बातचीत भी चलती रहेगी।" विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात के सवाल पर टिकैत ने कहा, "अगर हमारे समर्थन में विपक्ष आ रहा है तो कोई समस्या नहीं, लेकिन उसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। अगर नेता आते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते।" 26 जनवरी को हुई हिंसा पर उन्होंने कहा कि "नौजवानों को बहकाया गया, उनको लाल किले का रास्ता बताया गया कि पंजाब की कौम बदनाम हो। किसान कौम को बदनाम करने की कोशिश की गई।"
02/02/2021 12:37 PM