Aligarh
उपनिदेशक पंचायतीराज एस.के. सिंह ने यूनिसेफ को धन्यवाद देते हुए कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मण्डल को इतनी बड़ी संख्या में साबुन उपलब्ध कराना मण्डल के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि उपलब्ध कराए गये साबुन को जरूरतमंदों, आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों में निःशुल्क वितरित कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि यूनिसेफ द्वारा प्रदान किये गये 04 लाख साबुन में 153397 अलीगढ़, 93243 एटा, 82371 हाथरस एवं 70989 कासगंज जनपद को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साबुन वितरण की स्थिति को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न जनपदों में ग्राम पंचायतों की संख्या एवं उनके विद्यालयों की संख्या के अनुरूप साबुन की संख्या का निर्धारण किया गया है।
मण्डलायुक्त ने पंचायतीराज उद्योग भवन में साबुन का किया वितरण: दो गज दूरी एवं मास्क के साथ हाथों की धुलाई कोविड-19 की जंग में बेहतर एवं कारगर हथियार।
अलीगढ़: बिना साबुन के धोए हाथ खुद की सेहत के प्रति खिलबाड़ जैसा ही है। घर में यदि बच्चा सही तरीके से हाथ धोना सीख लेता है तो समझो, पूरे परिवार को हाथ धोना आ गया। आज के दो दशक पूर्व हाथ धोना महत्वपूर्ण क्रियाकलाप की श्रेणी में नहीं माना जाता था, परन्तु कुछ संक्रामक बीमारियों जैसे कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से आज हम हाथ धोकर ही सुरक्षित हैं। दो गज दूरी एवं मास्क के साथ हाथों की धुलाई कोविड-19 की जंग में बेहतर एवं कारगर हथियार साबित हो रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन से सफाई के प्रति लोगों में जागरूकता आई है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के सामान्य जीवन स्तर में सुधार देखने को मिल रहा है। हम सभी लोगों का दायित्व है कि स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारियों का सही ढ़ंग से निर्वहन करें।
उक्त उद्गार मण्डलायुक्त जी.एस. प्रियदर्शी ने सोमवार को पंचायतीराज उद्योग भवन में साबुन वितरण कार्यक्रम में व्यक्त किये। देश के मा0 प्रधानमंत्री ने गंदगी भारत छोड़ो का नारा देकर हम सभी को प्रेरित किया कि अपने आस-पास के दूषित वातावरण को अपने कार्याें, हौसलों एवं इरादों से स्वच्छ रखें। गंदगी से विभिन्न प्रकार की बीमारियां पैदा होती हैं जोकि कई बार जानलेवा एवं घातक भी सिद्ध होती हैं। रोजमर्रा के कामों से हमारे हाथों में न जाने कितनी गंदगी छिपी होेती है जो बिना हाथ धोए खान-पीने से हमारे शरीर में प्रवेश कर बीमारियों को जन्म देती है। मण्डलायुक्त ने यूनिसेफ के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके सहयोग से 04 लाख साबुन मण्डल को मुहैया कराए गये हैं, जिन्हें विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या के अनुरूप जनपदवार वितरित किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि साबुन वितरण कोई त्योहारी उपहार नहीं है, बल्कि इसकी मूल भावना जनमानस में सफाई एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाना है।
उपनिदेशक पंचायतीराज एस.के. सिंह ने यूनिसेफ को धन्यवाद देते हुए कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मण्डल को इतनी बड़ी संख्या में साबुन उपलब्ध कराना मण्डल के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि उपलब्ध कराए गये साबुन को जरूरतमंदों, आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों में निःशुल्क वितरित कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि यूनिसेफ द्वारा प्रदान किये गये 04 लाख साबुन में 153397 अलीगढ़, 93243 एटा, 82371 हाथरस एवं 70989 कासगंज जनपद को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साबुन वितरण की स्थिति को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न जनपदों में ग्राम पंचायतों की संख्या एवं उनके विद्यालयों की संख्या के अनुरूप साबुन की संख्या का निर्धारण किया गया है।
जिला पंचायतराज अधिकारी पारूल सिसौदिया ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि स्वच्छता जीवन का मूल मंत्र होना चाहिए। वर्तमान में कोविड की समस्या से बताए गये तरीके से साबुन से हाथ धोकर निपटा जा सकता है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि स्वच्छता को अपनाते हुए दूसरों को भी जागरूक करें और स्वच्छता से सम्बन्धित अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें ताकि अधिक से अधिक लोग जागरूक हों। उन्होंने बताया कि मण्डलायुक्त के निर्देशानुसार प्रत्येक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में 05-05 साबुन उपलब्ध कराए जाने हैं।
साबुन वितरण समारोह में मण्डलायुक्त द्वारा विभिन्न जनपदों से आए जिला पंचायतीराज अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी को प्रतीक स्वरूप साबुन वितरण किया। इस दौरान सहायक निदेशक शिक्षा (बेसिक) डा0 पूरन सिंह, यूनिसेफ से प्रदीप श्रीवास्तव, हैदर रजा नकवी, मोहम्मद खालिद समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। समारोह में प्राथमिक विद्यालय रजा नगर की छात्राओं द्वारा ’’डरो ना डरो ना कोरोना से डरो ना’’ नामक लघु नाटिका का मंचन भी किया गया।
11/09/2020 07:49 PM