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एएमयू के वाइस चांसलर के चुनाव पर प्रोफेसर मुजाहिद बेग ने उठाए सवाल: चुनाव रद्द करने की राष्ट्रपति से मांग।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर के चुनाव पर मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर मुजाहिद बेग ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर चुनाव प्रक्रिया को स्थगित करने की मांग की है।
प्रोफेसर मुजाहिद बेग का आरोप है एग्जीक्यूटिव काउंसलिंग की बैठक के दौरान वाइस चांसलर की पत्नी को स्थाई वाइस चांसलर के लिए हुई चुनाव प्रक्रिया में पांच नाम में दूसरे नंबर पर शामिल किया गया है जो नियम विरुद्ध है, प्रोफेसर बेग का आरोप है ईसी के चुनाव के दौरान 19 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया था जिसमें एक कैंडिडेट को 9 वोट मिले थे जबकि अन्य सभी को 7,7 वोट मिले, लेकिन स्थाई वाइस चांसलर प्रोफेसर गुलरेज अहमद ने अपनी पत्नी को वोट किया इसके बाद उनके आठ नंबर हुए, ऐसा ही दूसरे प्रकरण में देखने को मिला उनके भी 7 वोट थे लेकिन उनके पति ने भी अपनी पत्नी को वोट दिया जिसके बाद उनके भी आठ नंबर हो गए और बच्चे अन्य सभी कैंडिडेट के 7,7 वेट मिले थे जिसमें प्रोफेसर मुजाहिद बेग भी शामिल हैं।
प्रोफेसर मुजाहिद बेग का आरोप है कि एएमयू के स्थाई वाइस चांसलर प्रोफेसर गुलरेज अहमद ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नॉर्म्स को दरकिनार करते हुए दोबारा चुनाव कराया जिसमें अपनी पत्नी को दूसरे नंबर पर लाकर खड़ा कर दिया। इतना ही नहीं प्रोफेसर मुजाहिद बेग का आरोप है की स्थाई वाइस चांसलर के द्वारा साथ-साथ वोट वाले प्रत्याशियों का चुनाव कराया गया था जबकि नॉर्म्स के आधार पर सभी कैंडीडेट्स का चुनाव दोबारा से होना चाहिए था लेकिन उन्होंने नियम को दरकिनार करते हुए अपनी पावर का गलत इस्तेमाल करते हुए चुनाव कराया, जिसके बाद पैनल में अपनी पत्नी को दूसरे नंबर पर ले आए हैं।
मुजाहिद बेग का आरोप है कि कल चुने गए पांच कैंडिडेट का चुनाव होना है जिसमें चुने हुए सांसद कोर्ट मेंबर राज्यसभा सांसद एवं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डीग और अन्य मेंबरों के द्वारा मतदान किया जाना है इससे पूर्व प्रोफेसर बेग ने पूरी चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए राष्ट्रपति एचआरडी मिनिस्ट्री और देश के प्रधानमंत्री को पत्र लेकर चुनाव को निरस्त करने की मांग की है, प्रोफेसर बेग का कहना है कि एएमयू वीसी प्रो गुलरेज अहमद ने पद पर रहते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नॉर्म्स का गलत तरीके से इस्तेमाल किया है यह दुर्भाग्यपूर्ण है,नोमस के आधार पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के स्थाई वाइस चांसलर प्रोफेसर गुरलेज अहमद को चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं हो रहा था उन्होंने मीडिया को बाइट जारी करते हुए चुनाव परिणाम भी घोषित किए थे, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर बताया था कि 5 कैंडिडेट क्वालीफाई हुए हैं जिसमें 19 लोगों ने मतदान किया था।
प्रोफेसर मुजाहिद बेग का साफ कहना है कि जब चुनाव प्रक्रिया के लिए चुनाव अधिकारी की नियुक्ति की गई थी तो स्थाई वाइस चांसलर प्रोफेसर गुरलेज अहमद को वहां से चले आना था लेकिन वह सुबह से लेकर शाम तक चुनाव प्रक्रिया में शामिल रहे और अपनी पावर का गलत इस्तेमाल किया। प्रोफेसर मुजाहिद बेग ने सभी कोर्ट के मेंबर सांसद और राज्यसभा संसद सदस्यों से अपील की है कि यह चुनाव संवैधानिक प्रक्रिया के अंतर्गत नहीं किया जा रहा इसलिए आप लोग इस चुनाव में शामिल न हो।
बाइट, प्रोफेसर मुजाहिद बेग, मेडिकल डिपार्मेंट एएमयू
11/05/2023 07:52 PM