Bhopal
✍️रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल, मध्यप्रदेश
मीजल्स, रूबेला टीकाकरण के लिए क्रॉस बॉर्डर वैक्सीनेशन दिसंबर 2023 तक बीमारी उन्मूलन का लक्ष्य:
✍️रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल, मध्यप्रदेश
मीजल्स एवं रूबेला बीमारियों से बचाव हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत टीके से छूटे बच्चों के लिए क्रॉस बॉर्डर वैक्सीनेशन मॉनिटिरिंग की जा रही है जिससे दो जिलों से सटे इन क्षेत्रों का कोई भी बच्चा टीके से वंचित ना रहे। जिले के भोपाल - सीहोर सीमा पर स्थित गांवों के बच्चों की एम. आर. टीकाकरण मॉनिटिरिंग की गई। इस दौरान मॉनिटिरिंग दल द्वारा भोपाल जिले के राजीव नगर एवं सीहोर जिले के खामलिया में बच्चों के टीकाकरण की जांच की गई । मीजल्स एवं रूबेला बीमारियों से बचाव हेतु विशेष अभियान 14 से 19 नवंबर की अवधि में चलाया जा रहा है जिसमें एम. आर. - 1 एवं एम . आर. - 2 टीके से छूटे हुए बच्चों को यह वैक्सीन लगाई जा रही है ।अभियान के दौरान 9 माह से 5 साल तक की उम्र के टीके से छूटे हुए प्रत्येक बच्चे का टीकाकरण किया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा 2023 तक मीज़ल्स और रूबेला बीमारी के उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।एम. आर. अभियान के तहत ग्राम तूमड़ा से लगे हुए भोपाल एवं सीहोर के गांवों में टीकाकरण किया गया । भोपाल एवं सीहोर की सीमा से लगे इन गांवों में सपेरा आबादी भी निवास करती है । जो कि निरंतर माईग्रेट होते रहते हैं । ऐसे में कई बार इन बच्चों को सही समय पर टीके नहीं लग पाते हैं ।
मीजल्स- रूबेला बीमारी से बचाव के लिए छूटे हुए सभी बच्चों का टीकाकरण किया जाना बेहद ज़रूरी है । इसलिए ऐसी जगहों पर विशेष टीकाकरण गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं । राजीव नगर में 5 साल तक की उम्र के 64 बच्चे है । जिनमें से 6 बच्चों को एम.आर. वैक्सीन दी जानी है । भ्रमण के दौरान पाया गया कि 2 बच्चों को वैक्सीन दी जा चुकी है । सीमा क्षेत्र पर स्थित होने एवं माईग्रेशन के कारण ये बच्चे टीके से वंचित ना रह जाएं, इसलिए सीहोर स्थित खामलिया गांव के टीकाकरण कर्मियों को भी इन बच्चों की सूचना साझा गई है। ताकि माइग्रेशन की स्थिति में इन बच्चों को टीकाकृत किया जा सके। एम आर अभियान में कोई भी बच्चा ना छूटे इसलिए दोनों जिलों की सी एम एच ओ एवं डी आई ओ द्वारा संयुक्त रूप से रणनीति बनाकर टीकाकरण की मॉनिटिरिंग की जा रही है । साथ ही स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को भी निर्देशित किया गया है कि किसी भी बच्चे के माईग्रेशन या अटीकाकृत रहने पर तुरंत सूचना दी जाए । भोपाल ज़िले से लगे हुए अन्य जिलों के गांवों में भी इसी प्रकार मॉनिटिरिंग की जाएंगी । टीकाकरण अभियान के तहत 1 नवंबर से 7 नवंबर की अवधि में एमआर टीके से छुटे हुए बच्चों का हेडकाउण्ट सर्वे किया गया था । जिसमें आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर - घर जाकर 9 माह से 5 साल के बच्चों के टीकाकरण की जानकारी ली गई एवं टीकाकरण का सत्यापन के एम.सी.पी. कार्ड के माध्यम से किया गया । इस दौरान एम. आर. - 1 एवं एम. आर.- 2 टीके से छुटे हुए बच्चों की सूची तैयार कर टीकाकरण किया जा रहा है ।
11/18/2022 02:26 PM