UttarPradesh
लापरवाही का जिम्मेदार कौन?
वाराणसी ईवीएम विवाद में एडीएम नलिनी कांत सिंह सस्पेंड, अब संजय कुमार ईवीएम के नए नोडल अधिकारी बने:
वाराणसी/लखनऊ: यूपी में विधानसभा चुनाव के गुरुवार को आने वाले नतीजों से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) से जुड़े तीन मामलों में कार्रवाई की गई है. बनारस में EVM 'चोरी' के आरोप मामले में ADM रैंक के अधिकारी को हटाया गया है. इसी क्रम में बरेली में मतगणना स्थल पर कूड़े को गाड़ी में पोस्टल वैलेट मिलने पर सपा कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद ज़िला प्रशासन ने आरओ-एसडीएम बहेड़ी पारुल तरार को हटा दिया है. एक अन्य मामले में सोनभद्र में एसडीएम को हटाया गया है. प्रशासन ने माना कि ईवीएम को लेकर नियमों का पालन नही किया गया. बता दें, तसमाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वाराणसी के काउंटिंग सेंटर से ईवीएम मशीनों को ले जाते हुए पकड़ा था.वाराणसी के कमिश्नर ने इस मामले में चूक को स्वीकार किया था. बाद में चुनाव आयोग और वाराणसी के प्रशासन ने सफाई देते हुए कहा था कि वोटिंग में इन ईवीएम का इस्तेमाल नहीं किया गया था, अधिकारियों ने दावा किया था इन ईवीएम को ट्रेनिंग के लिए ले जाया जा रहा था।
वाराणसी में ईवीएम को लेकर हुए बवाल के बाद बुधवार को निर्वाचन आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। ईवीएम के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए वाराणसी एडीएम आपूर्ति नलिनी कांत सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही गुरुवार को मतगणना स्थल पर भी उनके जाने पर रोक लगा दी गई है। अब ईवीएम के नोडल अधिकारी एडीएम वित्त एवं राजस्व संजय कुमार को बनाया गया है। हालांकि, सुभासपा ने भारत निर्वाचन आयोग से जिलाधिकारी को हटाने की मांग की थी।
जानिए क्या है मामला
मंगलवार की शाम पहड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल के पास सपाइयों ने प्रशिक्षण के लिए जा रही ईवीएम लदी पिकअप गाड़ी पकड़ने के बाद हेराफेरी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया था। मंडी के मेन गेट समेत परिसर में जगह-जगह सपाई धरने पर बैठ गए थे। बैरिकेडिंग तोड़कर ईवीएम वाले स्ट्रांग रूम में दो बार घुसने की कोशिशों में सुरक्षाबलों से धक्का-मुक्की हुई थी। नारेबाजी के बीच मंडी के सामने पांडेपुर-पहड़िया रोड पर जाम लगा दिया था। पथराव भी किया गया था। शाम छह बजे के आसपास शुरू हुआ प्रदर्शन। बवाल पहड़िया से पीलीकोठी तक पहुंच गया था। वहां भी प्रदर्शन हुआ था।
लापरवाही का जिम्मेदार कौन?
जानकारी के मुताबिक, प्रशासन ने भी माना कि वाराणसी की पहड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल से मंगलवार को बिना किसी सूचना के प्रशिक्षण के लिए ईवीएम ले जाई गई थी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने विवाद के बाद जांच कराई। वहीं, रिपोर्ट को चुनाव आयोग भेजा गया था। वहां से मिले निर्देश के बाद नलिनी कांत सिंह को निलंबित कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने माना है कि ईवीएम के ट्रांसपोर्टेशन में प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया है। नोडल अधिकारी की ओर से लापरवाही कई गई है। इसके बाद चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है।
03/09/2022 05:14 PM