Gurugram
गुरुग्राम: करोड़ों की चोरी के मामले में IPS अफसर सस्पेंड,फरार: दो बीजेपी नेता सहित आरोपी गैंगस्टर गिरफ्तार।
गुरुग्राम: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में करोड़ों रुपये की चोरी के मामले में हरियाणा सरकार की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है. चोरी के मामले में आरोपी के इकबालिया बयान के आधार पर आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया को सस्पेंड कर दिया गया है. सेतिया 2013 बैच के हरियाणा कैडर के आईपीएस अफसर हैं. पुलिस अधिकारी के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ सेतिया की तलाश कर रही है, लेकिन वह गायब हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसी साल अगस्त महीने में गुरुग्राम के सेक्टर 84 में एक बिल्डर के दो फ्लैटों में करोड़ों रुपए की चोरी हुई थी, शुरुआत में चोरी की रकम ₹50 लाख बताई गई थी, बाद में पुलिस को जानकारी हुई कि चोरी की रकम दो करोड़ से ऊपर की है, जब यह चोरी हुई उस जांच का जिम्मा धीरज सेतिया को दिया गया, उनके तबादले के बाद यह जांच एसटीएफ को सौंपी गई।
जांच में पता चला है कि बिल्डर के फ्लैट में पैसे और गहने रखे होने की जानकारी दो लोगों ने गैंगस्टर विकास लगरपुरिया को दी, यह दोनों है बीजेपी नेता सचेन्द्र जैन नवल व जे०पी सिंह।
उसके बाद गैंगस्टर विकास लगरपुरिया ने अपने गुर्गों को बिल्डर की प्लेट के पास किराए पर फ्लैट दिलवाया जिसमें दिल्ली पुलिस का एक एएसआई विकास गुलिया भी शामिल था उसके बाद ग्रेट रॉबरी को अंजाम दिया गया।
जांच के दौरान पकड़े गए 2 डॉक्टरों ने बताया कि उन्होंने एक गैंगस्टर को बिल्डर के यहां पैसे और गहने रखे होने की जानकारी भाजपा नेताओं ने दी थी. चोरी किया गया पैसा 20 करोड़ से ऊपर था और बड़ी मात्रा में गहने थे. आरोप है कि इसमें से 3.5 करोड़ रुपये ,गहने और डायमंड धीरज सेतिया ने लिए थे. बाद में सेतिया ने 20 लाख रुपये रखकर बाकी पैसे लौटा दिए।
इसके बाद सेतिया के खिलाफ कार्रवाई की गई. सेतिया अभी रोहतक में इंडियन रिज़र्व बटालियन में कमांडेंट के तौर पर तैनात थे. एसटीएफ उनकी तलाश कर रही है, लेकिन वो गायब हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, आईपीएस अधिकारी को जांच से जुड़ने को कहा गया था. कई दिन बाद शुक्रवार को उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. गृह विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि निलंबित रहने के दौरान कुमार का मुख्यालय पंचकूला स्थित पुलिस महानिदेशक का कार्यालय (पुलिस मुख्यालय) होगा. हालांकि, आदेश में निलंबन का कारण नहीं बताया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक (एसटीएफ) ममता सिंह ने शुक्रवार को बताया कि धीरज सेतिया को जांच में शामिल होने के लिए दो नोटिस भेजे गए हैं. उन्होंने बताया कि आरोपी के इकबालिया बयान के आधार पर पिछले महीने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम-1988 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
12/12/2021 04:42 AM