Aligarh
प्रधानमंत्री कार्यक्रम - डीएम सेलवा कुमारी जयाराजन के द्वारा कार्यक्रम स्थल निरीक्षण: राजा महेंद्र प्रताप के नाम से अलीगढ़ में विश्वविद्यालय का करेंगे उद्घाटन, लोकसभा चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी की जमानत जब्त करायी थी।
अलीगढ़। 14 सितम्बर को अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र मे मा. प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम को लेकर डीएम अलीगढ़ श्रीमती सेल्वा कुमारी जे ने कार्यक्रम स्थल का आज प्रातः निरीक्षण किया। डीएम श्रीमती जे ने कार्यक्रम स्थल पर किये जा रहे कार्य व तैयारियों का जायजा लिया और सभी कार्य समय से पूर्ण करने हेतु सभी अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए।
अलीगढ़ मंडल में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविधालय के अलावा अन्य राजकीय विश्वविधालय बनाए जाने के संबंध में भाजपा सरकार के सत्ता में आते ही मांग तेज़ होने लगी थी और छात्रों ने राजकीय विश्वविधालय बनाए जाने के लिए जन आंदोलन, धरना प्रदर्शन आदि किया, पिछले लगभग साड़े 4 वर्ष पूरे होने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी छात्रों पर मेहरबान होते हुए और उनकी मांग पर अमल करते हुए अलीगढ़ मंडल में एक राजकीय विश्वविधालय बनाने जा रही है जिसका उद्घाटन एवं नीव रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अलीगढ़ के लोधा दिनांक 14 सितंबर 2021 को आकर उद्घाटन करेंगे, प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियों का जायजा लेने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अलीगढ़ पहुंचे थे, प्रधानमंत्री के आगमन में किसी भी प्रकार की कमी ना छूटे उसके लिए मुख्यमंत्री ने दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
कौन थे राजा महेंद्र सिंह, जिनके नाम पर बनने वाली है यूनिवर्सिटी
राजा महेंद्र प्रताप सिंह (Raja Mahendra pratap Singh) भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन Freedom movement) में एक बड़ी हस्ती थे, जिनके नाम पर अलीगढ़ (Aligarh) में एक यूनिवर्सिटी बन रही है।
एक दिसंबर 1886 में मुरसान के राजा घनश्याम सिंह के घर तीसरा बेटा पैदा हुआ। उस बच्चे का नाम रखा गया महेंद्र प्रताप। उस वक्त हाथरस के राजा थे हरनारायण सिंह, उनका कोई बेटा नहीं था। तब राजा ने महेंद्र प्रताप को गोद लिया। राजा हरनारायण ने महेंद्र प्रताप को अच्छी शिक्षा दिलाई। राजा महेंद्र प्रताप ने बीए तक पढ़ाई की थी। स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारीराजा भारतीय इतिहास में एक बड़ा स्थान रखने वाले स्वतंत्रता सेनानी थे.वे एक पत्रकार, लेखक और क्रांतिकारी थे. उनके योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने उनके सम्मान में एक डाक टिकट तक जारी किया था. वे प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अस्थाई भारतीय सरकार के राष्ट्रपति थे जो उस समय निर्वासित भारतीय सरकार थी. आजाद भारत में वे एक समाज सुधारक के रूप में जाने गए।
सर सैयद अहमद से मिली थी शिक्षाराजा महेंद्र प्रताप का जन्म 1 दिसंबर 1886 को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के मुरसान जमीदार एस्टेट के शाही जाट परिवार में हुआ था. वे राजा घनश्याम सिंह की तीसरी संतान थे. उनकी पढ़ाई की शुरुआत अलीगढ़ के सरकारी स्कूल में हुई लेकिन उन्हें जल्दी ही मुहम्मदान एंग्लो ओरिएंटर कॉलेजाइट स्कूल (MAO) में डाल दिया गया जो आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाती है, जहां उन्हें इसी यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सैयद अहमद खान से शिक्षा मिली।
लोकसभा चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी की जमानत जब्त करायी थी
यूपी में हाथरस के राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की लोकसभा चुनाव में जमानत जब्त करा दी थी। मामला वर्ष 1957 का है। उस समय अटल जी तीन जगहों से चुनाव लड़े थे। मथुरा में निर्दलीय प्रत्याशी राजा महेंद्र प्रताप सिंह थे, तब उन्होंने अटल जी की जमानत जब्त कराई थी। यही कारण है कि 25 दिसंबर 2015 को जब पीएम नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान का दौरा किया तो वहां की संसद में राजा महेंद्र प्रताप सिंह की जमकर तारीफ की थी।
09/11/2021 05:28 PM