UttarPradesh
और संगोष्ठी का परिचय देते हुए डॉ महेश जी ने कहां की संगोष्ठी का मूल उद्देश्य जीवन के बदलते कौशल की समझ हासिल करने में, मददगार साबित हो, मुख्य रूप से अपने लक्ष्य की स्थापना के लिए और बेहतर आत्मविश्वास और नेतृत्व विकास के लिए किया जा रहा है!
और उन्होंने कहा कि समाज को एक साथ लेकर चलने वाला मात्र मीडिया ही है !
मीडिया में रहकर भी पाल सकते हैं सदाचार: समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट उदयपुर के तत्वाधान में आयोजित "प्रयास "का तीसरा सोपान ऑनलाइन संगोष्ठी।
अलीगढ़। समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट उदयपुर के तत्वाधान में आयोजित "प्रयास "का तीसरा सोपान ऑनलाइन संगोष्ठी की श्रंखला में आज हमें पत्रकारिता और प्रबंधन के संदर्भ में प्राप्त होने वाली संभावना के विषय पर रखी गई ! संगोष्ठी का मंगलाचरण कु अंतरा जैन ने किया समर्पण संस्था का परिचय देते हुए प्रो राजकुमार शास्त्री उदयपुर ने बताया कि समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट प्रारंभ से ही जनकल्याण के कार्यों को करता आ रहा है,
और संगोष्ठी का परिचय देते हुए डॉ महेश जी ने कहां की संगोष्ठी का मूल उद्देश्य जीवन के बदलते कौशल की समझ हासिल करने में, मददगार साबित हो, मुख्य रूप से अपने लक्ष्य की स्थापना के लिए और बेहतर आत्मविश्वास और नेतृत्व विकास के लिए किया जा रहा है!
यह संगोष्ठी उन युवाओं के लिए मददगार साबित होगी जो छात्र-छात्राएं कक्षा बारहवीं के बाद पत्रकारिता और प्रबंधन में किस तरीके से अपने जीवन को उतार सकते हैं! इस विषय के अंतर्गत आज अनेक बिंदुओं पर चर्चा को का लाभ प्राप्त व मार्गदर्शन मिलेगा ।
संगोष्ठी का प्रारंभ मयंक जैन मंगलायतन विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के प्रवक्ता के स्वागत भाषण और विद्वानों के परिचय के साथ प्रारंभ किया गया ,प्रथम वक्ता के तौर पर मंगलायतन विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के निर्देशक प्रो शिवाजी सरकार ने कहा की एक अच्छे शोधार्थी के लिए सत्य की जानकारी अवश्य होनी चाहिए और साथ ही पत्रकारिता के क्षेत्र में भाषा का अधिक महत्व है और इसके साथ ही अपनी भाषा सरल, सुबोध ओर सुगम होनी चाहिए ताकि आसानी से समझ आ सके ।
और उन्होंने कहा कि समाज को एक साथ लेकर चलने वाला मात्र मीडिया ही है !
मीडिया से सभी समाज और संप्रदाय को एक साथ रहने की प्रेरणा अवश्य देता है ! वही अन्य विद्वान के रूप में चार्टर्ड अकाउंटेंट ज्ञायक जैन मुंबई ने अपनी बात को रखते हुए कहा कि जीवन में संघर्ष के साथी ही ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है और साथ में कहा की प्रत्येक युवा को अपने अंदर धैर्य का पालन अवश्य करना चाहिए क्योंकि धैर्यता से ही अपने लक्ष्य को आसानी से पाया जा सकता है,क्योंकि जीवन में कितनी भी कठिनाई क्यों ना हो अपने सिद्धांत को यथावत रखते ही लक्ष्य की प्राप्ति शीघ्र होती है ।
वही दिल्ली की जानी मानी स्वतंत्र पत्रकार पारुल जैन ने अपनी बात को रखते हुए कहा कि वर्तमान समय में समाचार की सत्यता पर विश्वास करना अत्यंत आवश्यक है और सत्य समाचार को ही समाचार की दृष्टि में लेने का प्रयास करें क्योंकि जीवन में सत्य का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है और उन्होंने अपनी जीवन संघर्ष की बात को रखते हुए कहा कि संघर्ष से लक्ष्य को पाना एक अपने आप में अनूठा सबक है! इस अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों , नगरों और छोटे-छोटे ग्रामीण अंचल से लोगों ने जुड़कर संगोष्ठी का लाभ लिया ।
संगोष्ठी में जिज्ञासा समाधान के तौर पर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया और संगोष्ठी के मुख्य समन्वयक गणतंत्र शास्त्री आगरा रहे संगोष्ठी का कुशल संचालन प्रसार भारती भोपाल के न्यूज़ एंकर डॉ अंकुर जैन ने किया और वहीं सभी का आभार व्यक्त डॉ विकास जैन द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अनेकों शैक्षणिक संस्थान और धार्मिक संस्थान के पदाधिकारी, अनेक विद्वान ,अनेक छात्र छात्राएं और जैन समाज के श्रावकश्रेष्ठि मौजूद रहे।
चित्र परिचय- ऑनलाइन संगोष्ठी में मौजूद समस्त विद्वत गण।
07/25/2021 11:20 AM