Aligarh
खंड शिक्षा अधिकारी दीप्ति गुप्ता के आदेशानुसार गोंडा बीआरसी पर किया वृक्षारोपण।: अलीगढ़ के ब्लॉक गोंडा पर
जिला अलीगढ़ के ब्लॉक गोंडा के बीआरसी गोंडा पर खंड शिक्षा अधिकारी दीप्ति गुप्ता के आदेशानुसार वृक्षारोपण रिंकू शर्मा एवं हरेन्द्र राना एवम नरेंद्र कुमार शर्मा ने किया रिंकू शर्मा ने बताया कि हमारे देश में नहीं अपितु पूरे विश्व में भी वनों का विशेष महत्व है।
वन ही प्रकृति की महान शोभा के भंडार है। वनों के द्वारा प्रकृति का जो रूप खिलता है, वह मनुष्य को प्रेरित करता है।दूसरी बात यह है कि वन ही मनुष्य, पशु- पक्षी, जीव -जंतु आदि के आधार है। वन के द्वारा ही सब के स्वास्थ्य की रक्षा होती है।वन इस प्रकार से हमारे जीवन की प्रमुख आवश्यकता है। अगर वन ना रहे तो हम नहीं रहेंगे ।
और यदि वन रहेंगे तो हम रहेंगे। कहने का तात्पर्य यह है कि वन से हमारा अभिन्न संबंध है, जो निरंतर है और सबसे बड़ा है। इस प्रकार से हमें वनों की आवश्यकता सर्वोपरि होने के कारण हमें इसकी रक्षा की भी आवश्यकता सबसे बढ़कर है।वृक्षारोपण की परिभाषा वृक्ष+रोपण से बना है। वृक्षों को कहीं रोपना, पौधे को कहीं लगाने की जो क्रिया होती है उसे वृक्षारोपण कहते हैं।
मनुष्य जीवन ओर वृक्षारोपणमानव का जीवन बिना ऑक्सीजन के जी नहीं सकता। यह ऑक्सीजन हमें शुद्ध और स्वच्छ हवा से ही प्राप्त होती है। ये शुद्ध हवा हमें वृक्ष द्वारा ही प्राप्त होती है। वृक्ष हमारे जीवन का आधार होते हैं। वृक्ष के बिना मानव जीवन का धरती पर कोई अस्तित्व ही नहीं हो सकता।अगर हमें पर्यावरण को बचाना है, तो अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना होगा। जिस प्रकार व्यक्ति अपने बच्चे का पालन पोषण करता है।
उसी प्रकार वृक्ष का भी करना चाहिए। एक बार आपका बच्चा आपके जीवन से अलग हो सकता है, परंतु एक वृक्ष जीवन भर आपका साथ निभाता है।एक वृक्ष दस पुत्रों के समान होता है। इसलिए वृक्ष हमारे जीवन का एक आधार है जो केवल थोड़ा सा पानी और सूर्य की किरणे मांगते हैं। बदले में फल, सब्जी और पेड़ों की मीठी छाव हमें प्रदान करते हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है कि अपने पूरे जीवन में एक वृक्ष तो जरूर लगाएं।वृक्ष हमारे साथी वृक्ष ना केवल हमारे साथी मित्र हैं, बल्कि वो सच्चे साथी भी हैं। जो हमारे जीवन में हमें प्रत्येक क्षेत्र में काम आते है।
ये केवल हमे फल, सब्जी आदी प्रदान नहीं करते, बल्कि जीवन की सभी मूलभूत आव्यकताओं की पूर्ति करतें है।यहां तक कि खाने के साथ रहने के लिए घर भी इन्हीं की देन है। वृक्ष हमे स्वस्थ रखने का तो काम करते ही है। साथ ही ये हमें धूप के साथ छांव भी देते है। इनकी छांव में बैठकर लोग आराम ओर सुकून प्राप्त करते है।वनोन्मूलन एवं इसके कारण हमारी पृथ्वी पर कई प्रकार के पौधे पाए जाते है, जो हमारी पृथ्वी पर हम मनुष्य के लिए अति आवश्यक होते है।
आज ये पृथ्वी पर बहुत बड़ा खतरा बन गया है। वनोन्मूलन का अर्थ वृक्ष को काटना कहलाता है ओर इनको नष्ट करके भूमि का उपयोग अन्य कार्य में करना।जैसे कृषि के लिए भूमि प्राप्त करना, घरो एवं कारखानों का निर्माण करना, फर्निचर बनाने एवम लकड़ी का उपयोग ईंधन के रूप में करना। भीषण सूखा भी इसी के कारण ही है।व्यक्ति अपनी सुख सुविधाओं के लिए बेधड़क पेड़ पोधो की कटाई करता है। जिनकी बजह से ही आज प्रदुषण अधिक बढ़ गया है ओर इसका भयंकर उदाहरण दिल्ली जैसे शहर में देखने को मिल रहा है। जहां विना मास्क के व्यक्ति रह नहीं सकता, तो सॉस कहा से लेगा।उसके लिए स्वस्छ हवा चाहिए, इसके लिए पेड़ पौधे लगाने की जरूरत है।
परन्तु पेड़ पोधो की जगह आज घरो ने ले लि है। जब पेड़ पौधो की जगह भी हम इंसान ही घेर लेंगे, तो भला स्वच्छ हवा के रूप में ऑक्सीजन कहा से पाएंगे। वक्त रहते मनुष्य को समझना होंगा नही तो उनका जीवन खतरे में पड़ सकता है। इसके लिए वृक्ष लगाना बहुत जरूरी है।
विनोद कुमार/अलीगढ़
07/01/2021 11:58 PM